दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर मंगलवार सुबह को हुए हादसे में धर्मेंद्र यादव और उनके बेटे कार्तिक ने मौत को मात दी है। परिवार के छह सदस्यों को खो चुके धर्मेंद्र ने बताया कि बेटा कार्तिक गोद में था। अचानक ही धमाका हुआ, उसके बाद आंखों के सामने अंधेरा छा गया। उसके बाद पता नहीं क्या हुआ? अस्पताल में पहुंचने पर बेहोशी टूटी, तब पता चला की पूरा परिवार ही खत्म हो चुका है। धर्मेंद्र ने बताया कि भाई नरेंद्र कार चला रहे थे। वह उनके बराबर में बैठे थे। घर से परिवार खाटू श्याम जी के दर्शन के लिए निकला था। हरियाणा के गुरुग्राम से बहन माया और भांजी को भी साथ लेना था। कार की ज्यादा स्पीड भी नहीं थी लेकिन सभी लोग जागे हुए थे और बात कर रहे थे। कार अपनी लेन में चल रही थी। अचानक बस सामने आ गई। भाई ने कार को बचाने का प्रयास किया, लेकिन बस की सीधी टक्कर लगने से छह जान चली गई।

24 घंटे बाद भी नहीं छटा खौफ और दर्द का मंजर

धनपुर गांव दूसरे दिन भी गमजदा रहा। पहाड़ से दुख के बोझ तले पीड़ित परिवार के साथ गांव भी दब गया। 24 घंटे बीतने के बाद भी खौफनाक मंजर से लोग बाहर नहीं निकल पाए। राजस्थान के सीकर जिले में खाटू श्याम जी के दर्शन के लिए जाते समय मंगलवार को गाजियाबाद में एक्सप्रेस-वे पर गलत दिशा में आ रही बस व कार की भिड़ंत हो गई थी। कार सवार धनपुर निवासी नरेंद्र यादव उनकी पत्नी अनीता, दो बेटे हिमांशु व दीपांशु और भाई धर्मेंद्र की पत्नी बबीता और बेटी वंशिका की मौत हो गई थी। हादसे में धर्मेंद्र व उसका बेटा कार्तिक गंभीर रूप से घायल हो गए थे। बुधवार को भी गलियां में सन्नाटा पसरा रहा। ग्रामीण खेतीबाड़ी के लिए खेतों पर नहीं गए। हालांकि धर्मेंद्र की हालत में सुधार रहा और उन्होंने लोगों से बात की, लेकिन हाथ-पैर में फ्रेक्चर के चलते हालत कई बार बिगड़ी।

मुआवजे के लिए शासन को भेजी रिपोर्ट

एडीएम सूर्याकांत त्रिपाठी, एसडीएम अखिलेश यादव भी पहुंचे और मुआवजे के लिए शासन को रिपोर्ट भेजने की बात कही। कुछ कागजात जल्द और भेजने की बात पीड़ितों को बताई। मंत्री के समक्ष उठी आवाज एनएचएआइ के अधिकारी दोषी, मिले कड़ी सजा घायल धर्मेंद्र समेत स्वजन और ग्रामीण एनएचएआइ के अधिकारियों के खिलाफ गुस्से में थे। सांत्वना देने पहुंचे जलशक्ति राज्य मंत्री दिनेश खटीक के समक्ष धर्मेंद्र व अन्य लोग ने कहा कि हादसे के लिए एनएचएआइ अधिकारी जिम्मेदार हैं। बस चालक पिछले दस दिनों से गलत दिशा में बस लेकर सीएनजी पंप पर पहुंच रहा था। एनएचएआइ अधिकारियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की जाए।

दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का दिया भरोसा

हालांकि राज्यमंत्री ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष सारा घटनाक्रम रखकर दोषियों के खिलाफ कड़ी सजा दिलाने का भरोसा दिया। वहीं, दुख की घड़ी में साथ खड़े होने का भरोसा भी दिया। ऊर्जा राज्य मंत्री समेत कई जनप्रतिनिधियों ने दी सांत्वना ऊर्जा राज्यमंत्री डा. सोमेंद्र तोमर भी धनपुर गांव पहुंचे। पीड़ित स्वजन से मिलकर सांत्वना दी और दुख की घड़ी साथ रहने का भरोसा दिया। उधर, सपा के पूर्व मंत्री प्रभुदयाल वाल्मीकि, निर्मित यादव, नरेशपाल व किशोर वाल्मीकि रालोद के डा. राजकुमार सांगवान, नरेंद्र खजूरी, रतन सिंह, विकास सिंह ने भी गांव पहुंचकर पीड़ित परिवार को सांत्वना दी।