झारखंड में लातेहार के हेरहंज थाना क्षेत्र में ग्रामीण को जूते-चप्पल का माला पहनाकर घुमाने के मामले में पुलिस ने ग्राम प्रधान समेत चार आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। हेरहंज थाना में बरवाडीह अनुमंडल के पुलिस पदाधिकारी दिलु लोहरा ने प्रेस काॅन्‍फ्रेंस कर मामले की जानकारी दी।

बताया कि थाना क्षेत्र के केडू ग्राम में रविवार को ग्राम प्रधान नासीर अंसारी की अध्यक्षता में ग्रामीणों ने बैठक की थी। इसके बाद आदिवासी युवक भिखारी गंझू को जूते-चप्पल की माला पहनाकर गांव में घुमाया था।

इसके पूर्व भिखारी को समाज की अवहेलना का आरोप लगाकर बहिष्कृत कर दिया गया था। समाज में पुन: शामिल करने के दंड स्वरूप उसे जूता-चप्पल की माला पहनाकर घुमाने का फरमान जारी किया गया था।

पीड़िता की पत्नी सकुंती देवी ने इस संबंध में हेरहंज थाना में सोमवार को प्राथमिकी दर्ज कराई थी। उसके आवेदन के आधार पर हेरहंज थाना में एससी-एसटी एक्ट के अलावा कई धाराओं में ग्राम प्रधान समेत पांच नामजद व अन्य ग्रामीणों के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया था।

पुलिस अधीक्षक लातेहार के निर्देश पर घटना के बारह घंटे के अंदर आरोपित ग्राम प्रधान नासीर अंसारी पिता स्व. दुखन अंसारी, बाबर अंसारी पिता नासीर अंसारी, विनोद सिंह उर्फ विनोद पाहन पिता रामदेव सिंह, पूर्व पारा शिक्षक बृजमोहन भुइयां पिता स्व प्रभु भुइयां को गिरफ्तार कर लातेहार जेल भेज दिया।

इस मामले में ग्रामीण भिखारी गंझू की गलती बस इतनी थी कि उसकी पत्‍नी ने घर के बाहर लगे चापाकल में कुछ लोगों को मांस धोने से मना किया था। इस पर ग्राम प्रधान का बेटा बाबर बौखला गया और लोगों को उनके खिलाफ भड़काने लगा। कहा कि न कोई इनके पास जाए और न इनसे बात करें।