मुंबई । केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने  महाराष्ट्र के मुंबई में आईजीएफ  वार्षिक निवेश शिखर सम्मेलन - नेक्स्ट  10 को संबोधित किया। बोले- देश का बढ़ा है सेल्फ कॉन्फिडेंस, मोदी जी के नेतृत्व में भारत आज फ्रैजाइल फाइव से टॉप फाइव इकोनॉमी में आ गया है।
मोदी जी ने 10 साल में 40 से अधिक नीतियां बनाकर देश की अर्थव्यवस्था को आकार  देकर नीति-संचालित राज्य का बेस्ट उदाहरण प्रस्तुत किया है। मोदी जी के नेतृत्व में भारत वैश्विक मानचित्र पर डार्कस्पॉट से ब्राइटस्पॉट बन कर उभरा है। अब भारतीय उद्योगों को अपना स्केल और साइज बढ़ाना होगा।
गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश आज आत्मविश्वासी, स्वावलंबी, निष्क्रिय से गतिशील सरकार, प्रतिगामी से प्रगतिशील विकास और नाजुक से शीर्ष अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ रहा है।  उन्होंने कहा कि ये यात्रा दशकों तक चलेगी और मोदीजी द्वारा हमारे सामने रखे गए लक्ष्य, 2047 तक भारत पूर्णविकसित, आत्मनिर्भर और शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं में शुमार होगा, ज़रूर पूरे होंगे।
अमित शाह ने कहा कि इन लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए हमारे पास पिछले 10 साल की परफॉर्मेंस और अगले 25 साल का रोडमैप है। श्री शाह ने कहा कि पिछले 10 साल में हुए परिवर्तनों को समझने के लिए उससे पहले के काल में क्या हुआ, उसे समझना होगा। श्री शाह बोले कि हमें 10 साल पहले क्या मिला था और आज हम कहां खड़े हैं, वही नरेन्द्र मोदी सरकार के मूल्यांकन का पैरामीटर हो सकता है।
उन्होंने कहा कि 2014 में अर्थव्यवस्था जर्जर थी, निवेशकों का भरोसा उठ गया था, 12 लाख करोड़ रूपए के घोटालों ने देश के आत्मविश्वास को हिला दिया था, देश में क्रोनी कैपिटलिज्म  चरम पर था, मंहगाई आसमान छू रही थी,  राजकोषीय घाटा काबू से बाहर था, ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस रैंकिंग में हम बहुत नीचे पहुंच गए थे और देश की सुरक्षाव्यवस्था भी बहुत कमज़ोर हो चुकी थी।
गृहमंत्री श्री शाह ने कहा कि उस वक्त देश की जनता ने नरेन्द्र मोदी जी को पूर्ण बहुमत देने का निर्णय लिया और ये सरकार बनी। श्री शाह ने कहा कि उससे पहले देश में 30 साल तक राजनीतिक अस्थिरता का दौर था और बहुत लंबे समय बाद किसी को पूर्ण बहुमत मिला था। श्री शाह ने कहा कि वहीं से सुरक्षा, शिक्षा, इनोवेशन और अर्थव्यवस्था के रूप में विकास से भारत की ग्रोथ स्टोरी शुरू होती है।
उन्होंने कहा कि 2004 से 2014 के बीच औसत मंहगाई दर 8.2 प्रतिशत थी और 2010, 2011 और 2013 में ये डबल डिजिट में थी, लेकिन आज हम लगातार इसे 5 प्रतिशत से नीचे मेंटेन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने बैंकों, विदेशी मुद्रा कुप्रबंधन को ठीक किया और इसके बाद अलग प्रकार की राजनीति की शुरूआत हुई।