प्रयागराज: 21 जून अर्थात बुधवार को वर्ष का सबसे बड़ा दिन है और रात छोटी होगी। सूर्य के कर्क रेखा पर होने के कारण दोपहर 12 बजे भोपाल और रतलाम में आपको अपनी परछाई भी नहीं देखने को मिलेगी। ऐसी घटना की आवृत्ति 23 सितंबर और 22 दिसंबर को भी होगी।

जवाहर तारा मंडल की विज्ञानी सुरूर फातिमा कहती हैं कि पृथ्वी अपने अक्ष और सूर्य की कक्षा में परिक्रमा करती है। दोपहर में सूर्य कर्क रेखा के ऊपर होता है। इसका प्रभाव यह है कि सूर्य का प्रकाश धरती पर लंबे समय तक रहता है। सूर्योदय शीघ्र और सूर्यास्त विलंब से होगा।

प्रयागराज में सूर्योदय का समय प्रात: 5:12 बजे और सूर्यास्त 6:56 बजे होगा अर्थात 13 घंटे 44 मिनट का दिन रहेगा, जबकि रात 10 घंटे 15 मिनट की होगी। भौगोलिक दृष्टि से यह जिला साढ़े 25 डिग्री अक्षांश पर है। जैसे-जैसे सूर्य उत्तर की ओर बढ़ेगा, उस स्थान पर दिन लंबा होता जाएगा।

21 जून के बाद बराबर होती है दिन की अवधि

पृथ्वी की परिक्रमा के कारण 21 जून के बाद दिन की अवधि बराबर हो जाती है। इसके बाद 21 सितंबर से रात लंबी होने लगती है और दिन छोटे। इसीक्रम में 22 दिसंबर को उत्तरी गोलार्ध में रात सबसे लंबी और दिन सबसे छोटा हो जाएगा।

अगले वर्ष 21 मार्च को फिर सूर्य विषुवत रेखा के ऊपर होगा, इससे दिन और रात बराबर होंगे। कल मंगल और शुक्र ग्रह चंद्रमा के करीब दिखाई देंगे खगोलीय घटनाओं की दृष्टि से जून माह महत्वपूर्ण है। 21 जून जहां सबसे लंबा दिन है वहीं सूर्य अपने मार्ग पर गति करते हुए मिथुन राशि में प्रवेश कर रहा है। अब तक यह वृषभ राशि में था।

जवाहर तारा मंडल के निदेशक डा. वाई रविकरण के अनुसार 22 जून को लाल ग्रह मंगल और शुक्र ग्रह चंद्रमा के करीब दिखाई देंगे। इन दिनों आसमान में कर्क, सिंह, कन्या, तुला और वृश्चिक राशियां (राशियां तारों का समूह हैं) भी दिख रही हैं।

इनके साथ वासुकी, हस्त, नरतुरंग, भूतप, उत्तर मुकुट और शौरी, भुजंगधारी, हंस, स्वरमंडल जैसे चमकीले तारे भी देखे जा सकते हैं। इसके लिए तारा मंडल ने मानचित्र भ्सी जारी किया है। उसकी मदद से तारों की पहचान करना आसान होगा।