फ्रांस। सरकार ने कार्बन के उत्सर्जन को कम करने के लिए बड़ा कदम उठाया है। यहां मंगलवार को औपचारिक तौर पर छोटी दूरी के लिए घरेलू विमानों के उड़ान पर रोक लगा दी गई है। उड़ान उन मार्गों के लिए बंद की गई हैं, जहां ट्रेन से सफर किया जा सकता है। नए कानून के तहत ढाई घंटे से कम समय में की जाने वाली यात्राओं के लिए केवल ट्रेन सेवा जारी रहेगी। जबकि विमान की सेवा बंद कर दी गई है। फ्रांस के परिवहन मंत्री क्लेमेंट ब्यून ने मी‎डिया को बताया ‎कि ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने की नीति में यह एक आवश्यक कदम है। जब हम अपनी जीवनशैली को डीकार्बोनाइज करने के लिए लगातार संघर्ष कर रहे हैं, तो हम बड़े शहरों के बीच विमान के उपयोग को कैसे सही ठहरा सकते हैं। कानून के मुताबिक रूट पर ट्रेन की कनेक्टिविटी एकदम ठीक होनी चाहिए। ताकि यात्रियों की जरूरतों को पूरा किया जा सके, नहीं तो फिर लोग हवाई यात्रा करेंगे। इसके अलावा फ्रांस सरकार देश की छोटी यात्राओं के लिए प्राइवेट जेट के इस्तेमाल पर नकेल करने की कोशिश कर रही है। ट्रांसपोर्ट एंड एनवायरनमेंट (टी एंड ई), यूरोपियन फेडरेशन फॉर क्लीन ट्रांसपोर्ट की एक रिपोर्ट में पाया गया कि निजी जेट प्रति यात्री मील कॉमर्शियल फ्लाइट की तुलना में 14 गुना अधिक प्रदूषणकारी हैं और ट्रेनों की तुलना में 50 गुना अधिक खराब हैं।
हालांकि, इस कदम ने विमानन उद्योग को परेशान कर दिया है। उद्योग समूह एयरलाइंस फॉर यूरोप (ए4ई) के अंतरिम प्रमुख लॉरेंट डोनसेल ने बताया कि सीओ2 आउटपुट परइन यात्राओं पर प्रतिबंध लगाने से केवल न्यूनतम प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने कहा कि सरकारों को इसके बजाय इस मुद्दे के वास्तविक और महत्वपूर्ण समाधान ढूंढना चाहिए। दुनिया भर की एयरलाइंस कोरोनोवायरस महामारी से बुरी तरह प्रभावित हुई हैं, पिछले साल उड़ानों की संख्या 2019 से लगभग 42 फीसदी कम थी।