भुरकुंडा (रामगढ़)। पेयजल व स्वच्छता प्रमंडल रामगढ़ के सौजन्य से चल रहे भुरकुंडा ग्रामीण जलापूर्ति योजना का टेंडर 31 मार्च को खत्म हो गया है।

इस बावत कार्यपालक अभियंता कार्यालय पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल रामगढ़ द्वारा जवाहर नगर, भुरकुंडा, पटेलनगर, सुंदर नगर व कुरसे पंचायत के मुखिया व जलसहिया को पत्र प्रेषित कर भुरकुंडा ग्रामीण जलापूर्ति योजना का हस्तनांतरण ग्राम जल व स्वच्छता समिति को करने का निर्देश दिया गया है।

जानकारी के अनुसार, पांचों पंचायत में समन्वय बनाकर कमेटी का गठन कर योजना को चलानी है। सूत्रों की माने तो कमेटी गठन में पद के लिए विवाद हो रहा है। अविलंब पांचों पंचायत में समन्वय बनाकर कमेटी का गठन नहीं हुआ तो इन पंचायतों में पानी के लिए हाहाकार मच सकता है।

हालांकि, गर्मी व पर्व को देखते हुए विभाग ने जलापूर्ति तो बंद नहीं की है, लेकिन टेंडर खत्म होने के कारण जलापूर्ति योजना बाधिक हो सकती है। जलापूर्ति योजना बंद हो जाने से लगभग 50 हजार की आबादी प्रभावित होगी।

5 हजार 518 कनेक्शन

जानकारी के अनुसार, इन पांचो पंचायतों में 5 हजार 518 घरों में पानी की कनेक्शन है। लगभग 50 हजार की आबादी इस जल का उपयोग करती है। इसमें जवाहर नगर पंचायत में सबसे अधिक 2 हजार, पटेलनगर पंचायत में 1480, भुरकुंडा पंचायत में 1215, सुंदरनगर पंचायत में 640 और कुरसे पंचायत के 183 घरों में ग्रामीण जलापूर्ति का कनेक्शन है।

स्थानीय संचालक द्वारा तमाम उपभोक्ताओं को टेंडर खत्म होने की सूचना भी दे दी गई है। लोगों में संशय बना हुआ है कि कब समन्वय गठित होकर कमेटी बनेगी। क्या पानी हमलोगों का बंद हो जायेगा।

जल्द कमेटी कर दी जाएगी गठित- जेई

मामले पर पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल के जेई मिन्हाज अंसारी ने बताया कि कमेटी गठन करने की दिशा में प्रयास शुरू कर दी गई है। जल्द ही पांचों पंचायत के मुखिया व जल सहिया के साथ पतरातू बीडीओ की देख-रेख में कमेटी गठित कर दी जायेगी। उन्होंने आश्वस्त किया कि फिल्हाल जलापूर्ति जारी रहेगी।