पटियाला में बुधवार सुबह करीब साढ़े सात बजे मूसलाधार बरसात हुई। बरसात के कारण राघोमाजरा इलाके में एक पुराने मकान की छत गिर गई। हादसे में घर में सो रहे दो लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन घायल हो गए। घायलों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां फिलहाल इनका इलाज चल रहा है। वहीं बरसात के कारण जैकब ड्रेन के फ्लड गेट खोल दिए गए हैं। जानकारी के मुताबिक हादसा मंगलवार देर रात हुआ। राघोमाजरा इलाके में जंगी जत्था गुरुद्वारा साहिब के नजदीक किराये के मकान में प्रवासी मजदूर रह रहे थे। माना जा रहा है कि शहर में बीते कईं दिनों से रह-रह कर हो रही बारिश के कारण इस पुराने मकान की छत गिरी है। हादसे में मरने वालों की पहचान मुन्ना लाल व रमा शंकर के तौर पर हुई है, जबकि घायलों में गंगा राम, संतोष कुमार व चिरंजी लाल शामिल हैं। वहीं भारी बरसात से कई इलाकों में जलभराव हो गया है। कुछ दिन पहले हुई बरसात के बाद बाढ़ से सामना कर रहे पटियाला के लोग सहमे हुए हैं। 

निचले इलाकों में लोगों के घरों में घुसा पानी

पटियाला शहर व इसके आसपास के इलाकों में बुधवार सुबह से हो रही भारी बारिश से एक बार फिर बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। शहर के प्रमुख चौक-चौराहों, बाजारों और गली-मोहल्लों में जल-भराव हो गया है। इनमें खास तौर से राघोमाजरा, अनारदाना चौक, आर्य समाज चौक, त्रिपड़ी, गुरु नानक नगर, बाबा दीप सिंह नगर शामिल हैं। निचले इलाकों में लोगों के घरों तक में पानी घुस गया है जिससे लोग काफी दशहत में हैं। 

नगर निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल

इस बारिश ने एक बार फिर से नगर निगम व प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा दिए हैं, क्योंकि 10 जुलाई को आई बाढ़ के बाद सीवरेज लाइनों व ड्रेनों की साफ-सफाई के बड़े-बड़े दावे किए गए थे। लेकिन यह सभी खोखले साबित हो रहे हैं। बरसात के बाद बने हालात को देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से डकाला चुंगी के नजदीक शीशमहल के पीछे जैकेब ड्रेन के फ्लड गेट खुलवाए गए हैं, ताकि शहर में जगह-जगह भरे पानी की निकासी हो सके। डीसी साक्षी साहनी ने बताया कि बाढ़ के दौरान बड़ी नदी में पानी खतरे के निशान से काफी ऊपर होने के कारण यह पानी बैक होकर जैकेब ड्रेन के जरिये शहर में घुस न सके, इसलिए गेट बंद करा दिए गए थे। लेकिन अब शहर में भरे पानी की निकासी के लिए इन गेटों को खोला गया है। यह पानी जैकेब ड्रेन के जरिये बड़ी नदी में निकलेगा। नगर निगम के कमिश्नर आदित्य उप्पल के मुताबिक हालात पर पूरी तरह से नजर रखी जा रही है। उन्होंने कहा कि भारी बारिश पड़ने के कारण जल भराव की स्थिति पैदा हुई है। लेकिन टीमों को भेजकर सीवरेज पाइपों की साफ-सफाई कराके पानी निकालने की कोशिश की जा रही है।