मध्यप्रदेश की जनता पूरी समझ और विवेक के साथ अपने मत का प्रयोग करने का निर्णय ले चुकी है। कांग्रेस के झांसे लोगों को प्रभावित नहीं कर पा रहे हैं। लंबे समय से पार्टी के नेता लोगों के बीच जाकर भाजपा की नाकामी और झूठे वादों से लोगों को आर्कषित करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन शोले फिल्म की मौसी तरह मध्यप्रदेश की जनता भी अपने फैसले पर अडिग है और किसी भी सूरत में ऐसी पार्टी को वोट देने के मूड में नहीं है, जो जनता और गरीबों की हितैषी न हो। मध्यप्रदेश ने विकास को चुनने का पूरा मन बना लिया है, जिसका प्रमाण आगामी विधानसभा चुनावों के परिणाम से सामने भी जा जाएगा। 
मध्यप्रदेश की जनता के बीच कांग्रेस के दो दिग्गज नेता दिग्विजय और कमलनाथ शोले फिल्म के जय-वीरू के नाम से मशहूर हो रहे हैं, जो जनता के बीच जाकर खुद जनता हितैषी होने का दिखावा तो करते हैं लेकिन असलियत कुछ और है। शोले फिल्म की मौसी की तरह की मध्य प्रदेश की जनता भी जय द्वारा की गई वीरू की झूठी तारीफ को अच्छी तरह जान चुकी है और अपने मत का प्रयोग बहुत समझदारी से करने का मन बना चुकी है। जनता विकास पसंद, गरीबों की हितैषी पार्टी के लिए ही अपने मतदान के अधिकार का प्रयोग करेगी। कुल मिलाकर जय-वीरू के झूठे वादे जनता को प्रभावित नहीं कर पाएंगे।