प्रयागराज: शहर को स्वच्छ बनाए रखने, सूखे व गीले कचरे के निस्तारण के लिए नगर निगम ने शहर में तीन स्थानों पर मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी (एमआरएफ) सेंटर बनाने का निर्णय लिया है। एमआरएफ सेंटर अशोक नगर, कीडगंज और बघाड़ा में बनेगा।

इसके लिए नगर निगम ने सेना से 30 वर्ष के लिए लीज पर नौ हजार वर्ग मीटर से अधिक जमीन ली है। पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) के अनुसार, एमआरएफ सेंटर का निर्माण किया जाएगा। इंदौरा और नई दिल्ली की टीम सेंटर का संचालन करेंगी।

शहर में शत-प्रतिशत कूड़ा निस्तारण करना, नगर निगम के लिए बड़ी चुनौती है। स्वच्छता सर्वेक्षण की रैंकिंग भी कूड़ा निस्तारण के लिए किए गए प्रयासों और प्रयोगों पर बढ़ती है, जिसके लिए यह प्रयास किया जा रहा है। एमआरएफ सेंटर में शहर के भीतर वाले 72 वार्डों के कूड़े को निस्तारित किया जाएगा। सेंटर पर सूखे एवं गीले कूड़े को अलग-अलग किया जाएगा।

मशीन से गीले व सूखे कचरे से कंपोस्ट खाद के लिए वहां बने गड्ढे में डाल दिया जाएगा। जबकि प्लास्टिक, लोहा, पीतल व अन्य सामग्री को कबाड़ी को बेच दिया जाएगा। सेंटर के संचालन से नगर निगम की आय भी बढ़ जाएगी। तीन हजार वर्ग मीटर में एक एमआरएफ सेंटर का निर्माण किया जाएगा।

सबसे पहले अशोक नगर, उसके बाद कीडगंज फिर बघाड़ा में सेंटर का संचालन शुरू कर दिया जाएगा। एक सेंटर पर प्रतिदिन 25 से लेकर 50 टन तक कूड़ों का निस्तारण किया जाएगा। शुरुआत में 25 टन कूड़ा एक सेंटर से निस्तारण किया जाएगा।

नगर निगम के चीफ इंजीनियर सतीश कुमार ने बताया- कूड़ा निस्तारण बड़ी चुनौती है। इसको लेकर प्रयास किया जा रहा है। अशोक नगर, बघाड़ा और कीडगंज में सेंटर बनाया जाएगा। सेंटर बनाने के लिए टेंडर प्रक्रिया अंतिम दौर में पहुंच चुकी है।