जिले में इन दिनों मौसम का मिजाज बदल गया है। हालांकि, अब तक दिन में हल्की ठंड महसूस हो रही थी, लेकिन विगत तीन दिनों से आसमान में बादलों की उपस्थिति बनी हुई है।

गुरुवार की अलसुबह कई स्थानों पर वर्षा की हल्की फुहारें पड़ी। इसके बाद कुछ देर के लिए धूप निकला, लेकिन फिर से बादल छा गए। मौसम के इस बदले मिजाज से अब लोगों को पूरे दिन गरम कपड़े पहनना पड़ रहा है।

ठंड बढ़ने के आसार

कभी कभी तेज हवा भी चल रही है। इससे ठंड बढ़ने के आसार हैं। लेकिन आसमान में बादलों की उपस्थिति इसी तरह बनी रही तो फसलों को नुकसान होने के भी आसार हैं। किसानों की मानें तो इन दिनों धानकटनी व धान की दवनी भी चल रही है। धान खेतों में ही काट कर पांजा सुखने के लिए छोड़ा जाता है।

वर्षा हुई तो धानकटनी व दवनी भी प्रभावित होगा। लेकिन वर्षा होने से पहले से बोआई किए जा चुके रबी फसलों को लाभ होगा। जबकि खाली पड़े खेतों में बोआई भी हो सकेगा, लेकिन आसमान में बादलों की उपस्थिति लगातार बनी रही तो चना, सरसों जैसे फसलों एवं सब्जी के लत्तर को नुकसान हो सकता है। ऐसे मौसम में लाही जैसे कीट इन फसलों पर आ जाते हैं और उसे नुकसान पहुंचाते हैं।