वैसे तो हर कोई न्याय की गुहार लगाने मजिस्ट्रेट के पास जाता है, लेकिन राजस्थान में भीलवाड़ा जिले में न्याय की गुहार लगाने का एक अनोखा मामला देखने को मिला। यहां मजिस्ट्रेट के पास जाने के बजाय ज्ञापन क्षेत्र के आराध्य देव भगवान चारभुजा नाथ के मंदिर दिया गया। न्याय मांगने का ये अनूठा प्रयोग बीजेपी ने किया।

जानकारी के अुनसार कोटडी ग्राम पंचायत के पूर्व सरपंच और बीजेपी नेता जमना लाल डीडवानिया को उनके सरपंच काल के दौरान एक पट्टे के मामले में पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया था। बाद में उन्हें जमानत मिल गई। इस गिरफ्तारी का जमकर विरोध हुआ। लोगों ने उपखंड कार्यालय पर प्रदर्शन किया। बीजेपी विधायक गोपीचंद मीणा और जिला अध्यक्ष लादू लाल तेली भी इस विरोध में शामिल हुए। उनका कहना है कि ये गिरफ्तारी राजनीतिक द्वेष के चलते की गई है। इसी विरोध में एक ज्ञापन कोटडी के आराध्य देव भगवान चारभुजा नाथ के मंदिर पहुंचकर उनके चरणों में रख दिया गया।

भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष लादू लाल तेली ने कहा कि हमें कांग्रेस सरकार से न्याय की उम्मीद नहीं है।  कांग्रेस के नेताओं के दबाव में जिस तरह जमना लाल डीडवानीया को गिरफ्तार किया गया, उसके विरोध में पार्टी और सर्व समाज ने विधायक के नेतृत्व में प्रदर्शन किया है। उन्होंने बताया कि मजिस्ट्रेट कार्यालय गए थे मगर, वो वहां नहीं थे। इसलिए हमने मंदिर में आकर भगवान के चरणों में ज्ञापन रखा है। हमें कांग्रेस सरकार से न्याय की उम्मीद भी नहीं है।