फ्लोरिडा । एक छात्रा ने अपने स्कूल के फेयरवेल प्रॉम के लिए अजब तहर का ड्रामा ‎किया, ‎जिसे देखकर ज्यादातर लोगों के होश उड़ गए। हालां‎कि यह इतना भा गया था ‎कि लोगों ने बाद में ता‎लियों से चीयर भी ‎किया। गौरतलब है ‎कि इस अवसर पर ज्यादातर छात्राएं खूबसूरत गाउन या कोई अन्य ड्रेस पहनती हैं। लेकिन 16 साल की अबी रिकेट्स ने अपने फेयरवेल के लिए कुछ अनोखी ही तैयारी कर रखी थी। वैम्पायर सुपरफैन अबी ने अपने क्लासमेट्स को सरप्राइज करने के लिए एक शो-स्टॉपिंग स्टंट की योजना बनाने में एक साल लगाया था। इसमें उसने एक ताबूत और फ्यूनरल स्टाफ को शामिल किया था।  अबी जब प्रॉम के लिए पहुंची तो उसने एक काली वैम्पायर ड्रेस पहनी हुई थी, वह 6 फीट लंबे ताबूत में बंद थीं और उसके हाथ क्रॉस थे। उसके साथ आए फ्यूनरल स्टाफ ने रेड कार्पेट पर ताबूत को रखा तो उसने बड़े नाटकिये अंदाज में अपनी आंखें खोलीं। वहां खड़ी भीड़ उसके इस स्टंट को चीयर करने लगी। प्रॉम में जाने के बाद से, अबी ने टिकटॉक पर अपनी एंट्री की तस्वीरें साझा की हैं और यह पोस्ट वायरल हो गई है, जिसे 1.6 मिलियन बार देखा जा चुका है।
अपनी प्र‎ति‎क्रिया में दक्षिण यॉर्कशायर के डोनकास्टर की अबी ने कहा ‎कि सभी लोग मुझे चीयर कर रहे थे और ताली बजा रहे थे। इस दौरान वे सभी- हैरान थे। मेरे शिक्षकों ने कहा कि यह काम एकदम अनोखा था, ऐसा कभी नहीं देखा था और यह इतिहास में दर्ज हो जाएगा। अबी ने अपने 54 वर्षीय पिता एलन और 18 वर्षीय भाई को भी इसमें शामिल कर लिया। उन दोनों ने अंतिम संस्कार कर्मचारी की भूमिका निभाई थी। जब अबी की गाड़ी पहुंची तो उसके भाई जॉन ने बूट खोला और नाटकीय रूप से कॉफिन में अबी की एंट्री हुई। अबी ने एक साल पहले कहा था कि वह इस प्रॉम में अपनी 76 वर्षीय दादी, मार्गरेट रिकेट्स के साथ एंट्री लेगी लेकिन दुर्भाग्य से इस वर्ष की शुरुआत में निधन हो गया था।
इस एक्ट को लेकर अबी ने कहा जब मैं चार साल की थी तभी से मैं मेटल हेड स्टफ में रुचि रखती थी और यह एक ऐसा विचार था जिसके बारे में मैंने सबसे पहले अपनी दादी से बात की थी। मुझे पता था कि उनके मरने के बाद मुझे उनके सम्मान के लिए ऐसा करना होगा। अबी को अपनी डरावनी एंट्री के लिए तैयार होने में दो घंटे लगे, और उसने कहा कि वह रोमांचित थी कि उसका परिवार भी इसमें शामिल हुआ। हीं अबी के पिता एलन ने कहा कि उन्हें अपनी बेटी पर बेहद गर्व है और उसके प्रॉम को इतना यादगार बनाने का हिस्सा बनकर वह बहुत खुश हैं।