जयपुर | जयपुर में सचिन पायलट के घर के बाहर पिछले दस दिन धरने पर बैठी वीरांगनाओं को रातों रात धरना स्थल से हटा दिया गया। बताया जा रहा है कि रात तीन बजे पुलिस उनको एंबुलेंस में बैठाकर ले ग

वीरांगनाओं के दस दिन से चल रहे धरने का एक रहस्यमय परिस्थितियों में अंत हो गया। वीरांगनाओं के साथ क्या हुआ कहां गई। किसी को इस बात की जानकारी नहीं है। कहा जा रहा है कि जयपुर के सिविल लाइन इलाके में सचिन पायलट के बंगले के बाहर रात तीन बजे पुलिस वीरांगनाओं को एंबुलेंस में बैठाकर कहीं ले गई। कहा जा रहा है कि पुलिस ने उनको घर छोड़ दिया है। हालांकि पुलिस अभी इसको लेकर कुछ भी कहने को तैयार नहीं है। जानकारी मिली है कि धरने के समर्थकों को भी शांति भंग में गिरफ्तार कर सेज थाने लाया गया है।

मीणा के जाते ही पुलिस उठा ले गई

जानकारी के अनुसार रात को धरनारत लोग सचिन पायलट के घर के सामने एक निर्माणाधीन मकान में बारिश के चलते शरण लेने के लिए गए थे। तभी पुलिस ने एक जत्था वहां तैनात कर दिया। जिस समय डॉ. किरोड़ी लाल मीणा कुछ समय के लिए धरना स्थल से निकले उसी समय पुलिस ने तीनों वीरांगनाओं को एम्बुलेंस में बैठाकर धरना स्थल से रवाना कर दिया गया और उनके समर्थकों को गिरफ्तार कर लिया।

थाने के बाहर धरने पर बैठे मीणा

पुलिस ने इस मामले में अभी कोई भी स्थिति अभी स्पष्ट नहीं की है। सूत्रों के अनुसार पुलिस के ने वीरांगनाओं को धरना स्थल से हटाया है। वहीं, समर्थकों की हिरासत की सूचना के बाद राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा भी सेज थाने पहुंचे गए हैं और अब वह थाने के बाहर ही धरना दे रहे हैं। मीणा के धरने को देखते हुए थाने के आसपास भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।