झारखंड विधानसभा मानसून सत्र का आज दूसरा दिन है। कार्यवाही शुरू होने से पहले सदन के बाहर पक्ष और विपक्ष के विधायकों का जमावड़ा देखने को मिला। एक तरफ सत्तापक्ष मणिपुर को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे, तो दूसरी ओर भाजपा के विधायक भी नियोजन नीति को लेकर राज्‍य सरकार को घेरने की कोशिश की।

12 बजे के बाद फिर शुरू हुई सदन की कार्यवाही

कार्यवाही शुरू होते ही जैसे ही सत्तापक्ष ने मणिपुर हिंसा का मामला उठाया, तो भाजपा के विधायक आसन के समक्ष आकर नारेबाजी करने लगे। देखते ही देखते पूरा सदन शोरगुल में डूब गया, जिसे देखते हुए सदन की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्‍थगित कर दी गई। तय समयावधि के बाद सदन की कार्यवाही फिर शुरू हुई और फिर से भाजपा के विधायक आसन के समक्ष आ गए। जिनसे अध्‍यक्ष रवींद्र नाथ महतो ने सीट पर वापस जाने का अनुग्रह किया। 

11988 करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट पेश

इसके बाद सदस्‍यों ने बारी-बारी से शोरगुल के बीच शून्यकाल की सूचनाएं पढ़ीं। इसी दौरान वित्तीय वर्ष 2023-24 का पहला अनुपूरक बजट सदन पटल पर रखा गया। 11988 करोड़ का अनुपूरक बजट पेश होने के साथ ही सदन की कार्यवाही मंगलवार 11 बजे तक के लिए स्‍थगित कर दी गई। गौरतलब है कि 28 जुलाई से चार अगस्त तक चलने वाले सत्र में पक्ष और विपक्ष एक-दूसरे को कई मुद्दों को लेकर घेरेंगे। इसे लेकर रणनीतियां भी बनाई जा चुकी है। इस दौरान सरकार 31 जुलाई को चालू वित्तीय वर्ष का पहला अनुपूरक बजट पेश करेगी। बजट की कुल कार्य दिवस छह हैं।