खंडवा ।  नगर में मंगलवार को लाड़ली बहना सम्मेलन में शिरकत करने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पहुंचे। सम्मेलन में उनका अंदाज कुछ अलग नजर आया। अपने संवाद की शुरुआत उन्होंने फूलों का तारों का सबका कहना है, एक हजारों में मेरी बहना है, सारी उम्र हमें संग रहना है... गीत गुनगुना कर की। उन्‍होंने इस दौरान कलाकारों के साथ नृत्‍य भी किया।इस दौरान पंडाल में उपस्थित बहनों ने भी मुख्यमंत्री के साथ गीत गुनगुनाया। सभा स्थल पर मंच के साथ बने लगभग 150 फीट के रैंप पर घूमते हुए मुख्यमंत्री चौहान ने करीब आधे घंटे तक संवाद किया। इसके पूर्व शहर में करीब एक किलोमीटर के रोड शो के दौरान मुख्यमंत्री ने लोगों का हाथ हिलाकर आभार जताया। मुख्यमंत्री करीब 2:50 बजे हेलीपेड पर पहुंचे। इसके बाद शहर में रोड शो किया और करीब 3:50 बजे सम्मेलन स्थल पहुंचे।

मैं सौभाग्यशाली हूं...

मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से चर्चा में कहा कि मैं सौभाग्यशाली हूं, जो मुझे महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए लाड़ली बहना योजना बनाने का अवसर मिला। इस योजना से ऐसी बहनें जिन्हें परिवार पालना होता है, उन्हें एक हजार रुपये महीना मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि कमल नाथ ने तो लाड़ली लक्ष्मी योजना की राशि तक नहीं दी।

मुख्यमंत्री ने लिया सुरजने की चटनी और पराठे का स्वाद

मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने लाड़ली बहना सम्मेलन के बाद सभा स्थल पर विभिन्न विभागों और सामाजिक संस्थाओं द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया इस दौरान उन्होंने स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा लगाए गए काउंटर पर पहुंचकर सुरजने की फली से बनी पोस्टिक चटनी और पराठा खाकर इसकी प्रशंसा की।

लाड़ली बहना प्यारी-प्यारी योजना आई... गीत पर थिरके मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने महिला सम्मेलन में आदिवासी नृत्य किया। वे मंच से उतरे और यहां मौजूद कलाकारों की टीम के बीच पहुंचे। उन्होंने बइण न का चेहरा पर मुस्कान लाई, लाड़ली बहना योजना प्यारी-प्यारी योजना आई...गीत पर कलाकारों के साथ जब नृत्य किया तो सब झूम उठे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कलाकारों की प्रशंसा करते हुए उन्हें आशीर्वाद भी दिया।