इस साल शारदीय नवरात्रि 15 अक्टूबर से शुरू होकर 24 अक्टूबर को दशहरा के साथ समाप्त होगी। इन नवरात्रों में अखंड नागालि सहित मां अंबे की पूजा-अर्चना करने का विधान है। लेकिन घर की मां नाराज न हो इसके लिए व्यक्ति को अपने व्यवहार और कुछ कार्यों पर विशेष ध्यान देना चाहिए।

जानिए इस शारदीय नवरात्रि में क्या करें और क्या नहीं -
भूलकर भी न करें ये काम

तामसिक भोजन न करें
। घर में रोजाना मां दुर्गा की पूजा करने के अलावा इस बात का भी ध्यान रखें कि तामसिक भोजन या शराब का सेवन न करें।

चमड़े की वस्तुओं का प्रयोग न करें

असली चमड़ा जानवरों की खाल से बनाया जाता है। ऐसे में आपको नवरात्रि के दौरान इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि चमड़े से बनी चीजों का इस्तेमाल न करें। यह अशुद्ध है और इसके प्रयोग से घर में नकारात्मकता आ सकती है और देवी मां नाराज हो सकती हैं।

खाने की बर्बादी से बचें
किसी भी धार्मिक आयोजन में हम जरूरत से ज्यादा खाना बना लेते हैं। लेकिन हर किसी को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि नवरात्रि के दौरान भोजन बर्बाद न हो। यदि चारा अधिक हो तो उसे ताजा रहते हुए ही किसी जरूरतमंद अथवा गौ माता को खिला दें।

नाखून और बाल न काटें

हिंदू धार्मिक मान्यता के अनुसार व्रत के दौरान नाखून या बाल नहीं काटने चाहिए। नवरात्रि भी नौ दिनों का व्रत त्योहार है, इसलिए इस दौरान बाल और नाखून काटने से भी बचें।

नवरात्र में ये करें
सरल स्नान
नवरात्र नौ पवित्रता के प्रतीक। ऐसे में इस दौरान घर की साफ-सफाई के अलावा शारीरिक स्वच्छता पर भी विशेष ध्यान दें। रोज सुबह स्नान करके साफ कपड़े पहनने चाहिए और देवी मां की पूजा करनी चाहिए और उनका ध्यान करना चाहिए।

क्रोध पर रखना चाहिए नियंत्रण
नवरात्रि के नौ शुभ दिनों में व्यक्ति को अपने व्यवहार और इंद्रियों पर भी नियंत्रण रखना चाहिए। इस समय क्रोध, लोभ, ईर्ष्या, मोह, वासना, झूठ जैसे व्यवहारों से बचना चाहिए और ऐसे विचार भी मन में नहीं लाने चाहिए।

पूजा के नियमों का पालन करें
-नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा की पूजा के नियमों का ठीक से पालन करें। यदि आप अक्षत जलाते हैं तो नौ दिन तक घर को खाली न छोड़ें। इसके साथ ही सुबह-शाम सच्ची श्रद्धा से मातृमूर्ति की पूजा करें।