बरेली के फरीदपुर में लोटस इंस्टीट्यूट के चेयरमैन अभिषेक अग्रवाल को गोली मारने वाले बीफार्मा तृतीय वर्ष के छात्र श्रेष्ठ सैनी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। प्रेमनगर के ब्रह्मपुरा निवासी उसके दोस्त सक्षम को भी पुलिस ने पकड़ा है। अभी तमंचा बरामद नहीं हो सका है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है।आरोपी छात्र श्रेष्ठ ने बताया कि दादा ने मां को 50 हजार रुपये दिए थे। इसमें से मां ने उसे 20 हजार रुपये फीस के लिए दे दिए। उसने इनमें से साढ़े बारह हजार रुपये सक्षम को देकर उससे तमंचा व कारतूस खरीदे थे। श्रेष्ठ सैनी ने बताया कि वह केवल चेयरमैन को धमकाने गया था, वहां छीनाझपटी में गोली चल गई।

लोट्स इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के चेयरमैन अभिषेक अग्रवाल को बुधवार दोपहर उनके कॉलेज परिसर स्थित ऑफिस में गोली मार दी गई थी। गोली उनके दाहिने गाल को रगड़ते हुए निकल गई। उन्हें भोजीपुरा स्थित मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उनका ऑपरेशन किया। उनकी हालत खतरे से बाहर है।सीसीटीवी फुटेज के जरिये आरोपी की पहचान बीफार्मा के छात्र श्रेष्ठ सैनी के रूप में हुई। उसे मोबाइल लाने पर कॉलेज के कर्मचारी से अभद्रता के आरोप में निलंबित किया गया था। वारदात को अंजाम देने के बाद वो फरार हो गया था। पुलिस उसकी तलाश में दबिश दे रही थी। गुरुवार रात पुलिस ने आरोपी छात्र और उसके दोस्त को गिरफ्तार कर लिया।