जयपुर । चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा ने प्रदेश में कन्या भ्रूण हत्या और कन्या भ्रूण लिंग जांच के अवैध परीक्षण को रोकने के लिए प्रदेशभर के सोनोग्राफी सेंटर्स का नियमित निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि निदेशालय स्तर पर अंतरजिला और प्रदेश स्तर पर कमेटी बनाकर सोनोग्राफी सेंटर्स का औचक निरीक्षण किया जाए ताकि भ्रूण हत्या पर अंकुश लग सके। 
उन्होंने कहा कि डिकॉय ऑपरेशन के दौरान दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो ताकि लोगों में डर बना रहे और वे किसी भी भ्रूण लिंग की जांच करने से डरें। उन्होंने कहा कि हालांकि पीसीपीएनडीटी सेल द्वारा प्रदेश में बेहतर कार्य किया जा रहा है। यही वजह है कि प्रदेश का महिला लिंगानुपात जो 2011 में 1000 पुरुषों के मुकाबले 900 था वहीं अब बढ़कर 945  हो गया है। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेश भर में पंचायती राज संस्थानों तक वितरण के लिए जागरूकता पोस्टर एवं फोल्डर का विमोचन भी किया। स्वास्थ्य मंत्री ने प्रदेश के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों तक सोनोग्राफी मशीन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए।  उन्होंने कहा कि भ्रूण लिंग जांच की सूचना देने वाले मुखबिर को राशि बढ़ाकर 3 लाख रुपए कर दी गई है। आमजन बिना किसी भय और दबाव के सूचना दे सकता है। उन्होंने इस कानून के प्रति लोगों को जागरूक करने और ज्यादा से ज्यादा ऑपरेशन व प्रभावी मॉनिटरिंग के भी निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों द्वारा सोनोग्राफी सेंटर्स का निरीक्षण नहीं करने पर कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए।चिकित्सा सचिव श्री आशुतोष एटी पेडणेकर ने सोनोग्राफी सेंटर्स पर सोनोलॉजिस्ट के नियमित प्रशिक्षण देने के भी निर्देश दिए। वर्तमान में प्रदेश की छह मेडिकल कॉलेजों पर ही प्रशिक्षण दिया जा रहा है।