जयपुर| जयपुर में प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एसएमएस हॉस्पिटल के सर्जरी विभाग में तीन मरीजों का रोबोटिक तकनीक से सफल ऑपरेशन किया गया है। जिसमें गॉल ब्लैडर में पथरी और हर्निया के ऑपरेशन शामिल हैं।

एसएमएस मेडिकल कॉलेज में एडवांस्ड अमेरिकन रोबोट से सफल सर्जरी होना शुरू हो गई है। देश के चुनिंदा अस्पतालों में ही ये आधुनिकतम रोबोटिक सर्जरी होती है। प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी हॉस्पिटल एसएमएस में 25-25 करोड़ रुपये कीमत वाले दो रोबोट से ये सर्जरी की जा रही है। इन रोबोट्स के ज़रिए अस्पताल के डॉक्टर्स ने कड़ी ट्रेनिंग के बाद जीआई गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सर्जरी, कैंसर समेत यूरोलॉजी और जनरल सर्जरी करने में महारथ हासिल कर ली है। सर्जरी विभाग में तीन मरीजों का रोबोटिक तकनीक से सफल ऑपरेशन किया गया है। इसमें गॉल ब्लैडर में पथरी और हर्निया के ऑपरेशन शामिल हैं।

रोबोटिक सर्जरी टीम में ये डॉक्टर रहे शामिल

सर्जरी विभाग की नव नियुक्त विभागाध्यक्ष डॉ. सुमिता ए जैन ने एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. योगेन्द्र दाधीच और टीम के साथ मिलकर इन रोबोटिक्स सर्जरी को अंजाम दिया है। इनके अलावा टीम में अहमदाबाद से आए डॉ. विशाल सोनी, डॉ. देवेन्द्र सैनी, डॉ. गरिमा अग्रवाल का भी योगदान रहा। एनेस्थीसिया विभाग की टीम में डॉ. सुनील चौहान, डॉ. कंचन, डॉ. रजनीश सिंघल शामिल रहे।

कोच्चि से ट्रेनिंग लेकर आए डॉक्टर्स

एसएमएस हॉस्पिटल के सर्जरी विभाग में हाल ही में रोबोट को इंस्टॉल किया गया है और इसके लिए डॉक्टर की ट्रेनिंग प्रक्रिया भी चल रही है। डॉ. सुमिता ए जैन और डॉ. योगेन्द्र दाधीच हाल ही में कोच्चि स्थित अमृता इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज से रोबॉटिक सर्जरी की ट्रेनिंग करके लौटे हैं, जिसके बाद सफल सर्जरी ऑपरेशन को अंजाम दिया गया है। इस उपलब्धि पर एसएमएस मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों में खुशी का माहौल है।

आम और गरीब मरीजों को मिल सकेगा एडवांस्ड और फ्री उपचार

सरकारी अस्पताल में आधुनिकतम अमेरिकन रोबोटिक सर्जरी का सबसे बड़ा फायदा उन आम और गरीब लोगों को मिलेगा, जो महंगे अस्पतालों में अपना इलाज कराने में सक्षम नहीं होते हैं। ऐसे मरीज मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत अपने ऑपरेशन एसएमएस अस्पताल में करवा सकते हैं।

ये हैं फायदे

रोबोटिक सर्जरी का सबसे बड़ा फायदा यह है कि बेहद छोटा चीरा लगाकर ऑपरेशन किया जाता है। इसमें रिकवरी भी जल्दी होती है और कैमरे के जरिए पूरा ऑपरेशन लाइव दिखता रहता है। इसके हाई डेफिनेशन वीडियो और फोटो रिकॉर्ड रहते हैं। जूम इन करके डॉक्टर माइनर और नाजुक अंगों की सर्जरी आसानी से कर सकते हैं। मरीज को सामान्य ऑपरेशन के मुकाबले बहुत कम दर्द होता है। असहनीय दर्द से छुटकारा मिलता है।