सिरोंज  ।  पिछले कई महीनों से अपनी जान को खतरा बताकर राज्य सरकार से अतिरिक्त सुरक्षा की मांग कर रहे भाजपा विधायक उमाकांत शर्मा ने अब पूर्व में मिली सुरक्षा को भी छोड़ने की घोषणा की है। उन्होंने क्षेत्र के मतदाताओं के नाम एक वीडियो संदेश जारी कर कहा कि उन्होंने राज्य सरकार द्वारा दी गई सुरक्षा व्यवस्था को वापस लौटा दिया है। अब वे एक सामान्य व्यक्ति की तरह जीवन जियेंगे। मालूम हो, तीन दिन पहले विधायक शर्मा ने पीएम आवास के गृह प्रवेश कार्यक्रम में पत्रकारों से चर्चा करते हुए क्षेत्र के बिल्डर, राजनैतिक द्वेष रखने वाले लोगों और भ्रष्टाचार के आरोप में निलंबित किए गए अधिकारियों से अपनी जान को खतरा बताया था। वे इस बात से नाराज थे कि उन्होंने पुलिस विभाग के अधिकारियों को कई बार अतिरिक्त सुरक्षा देने के लिए पत्र लिखा, लेकिन किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। इधर, स्थानीय कांग्रेस नेताओं ने भी इसे मुद्दा बना लिया था। उन्होंने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपकर क्षेत्र के विधायक को सुरक्षा देने की मांग की थी।

यह कहा वीडियो संदेश में

इसी के बाद विधायक शर्मा ने बुधवार को इंटरनेट मीडिया पर एक संदेश जारी किया। दो मिनट के इस वीडियो में विधायक शर्मा यह कहते दिख रहे हैं कि वे किसी भी प्रकार की सुरक्षा मध्यप्रदेश शासन से नहीं लेंगे। शर्मा ने कहा कि कई लोग मुझसे पूछ रहे हैं कि आपके पास मध्य प्रदेश सरकार की सुरक्षा है या नही। 24 अप्रैल को मैंने संपूर्ण सुरक्षा सरकार द्वारा जो भी गार्ड मुझे दिए गए थे, मैंने हटा दिए हैं। भविष्य में आम आदमी की जिंदगी जियूंगा, कोई भी सुरक्षा मध्यप्रदेश शासन, जिला, थाना एवं अनुविभाग से प्राप्त नहीं करूंगा। जिस तरीके से मध्यप्रदेश में सात करोड़ लोग अपना जीवन-यापन कर रहे हैं। मैं भी उसी तरह एक आम आदमी की तरह अपना जीवन-यापन करूंगा। जो लोग मेरे खिलाफ षड्यंत्र कर रहे हैं राजनीतिक विरोध कर रहे हैं, मुझे फंसाना चाहते हैं, भगवान उनका भी भला करें। ना मैं सुरक्षा मांग रहा हूं, ना ही मैं भविष्य में कभी भी शासन से किसी भी प्रकार की कोई सुरक्षा लूंगा। मैं हमेशा अहिंसा पर विश्वास करता हूं जलने वाले जलते रहे, भगवान उनका भी भला करे। मेरे खिलाफ यदि कोई षड्यंत्र किया जाता है मुझे मारा जाता है या मेरी हत्या की कोशिश भी करते हैं, मुझे उनसे भी कोई बुराई नहीं है। भगवान उनका भला करे। आप सबका प्रेम स्नेह मुझे हमेशा मिलता रहे। उन्होंने पुलिस महानिरीक्षक को लिखे पत्र को भी जारी किया है, जिसमें सुरक्षा कर्मियों को वापस बुलवाने की बात लिखी गई है।