पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान नवजोत सिद्धू एक अप्रैल को पटियाला जेल से बाहर आए थे। उन्हें रोडरेज मामले में सुप्रीम कोर्ट ने एक साल की सजा सुनाई थी। जेल से बाहर आते ही सिद्धू ने पंजाब सरकार पर निशाना साध अपने तेवर दिखा दिए थे। 

रोडरेज मामले में सजा काट कर एक अप्रैल को जेल से बाहर आए नवजोत सिद्धू एक्टिव हो गए हैं। जेल से बाहर आने के बाद से वे मुलाकातों में व्यस्त हैं। पहले उन्होंने सिद्धू मूसेवाला के परिजनों से मुलाकात कर सरकार से न्याय मांगा। इसके बाद वे दिल्ली में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से मिले। इसी क्रम में सिद्धू ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से भी मुलाकात की। इसकी जानकारी उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल से भी दी। 

सिद्धू ने ट्वीट किया-9 बार के विधायक, तीन बार सांसद, वंचितों के चैंपियन, सच्चाई की आवाज... विश्वसनीयता जिसका नाम मल्लिकार्जुन खड़गे... माननीय कांग्रेस अध्यक्ष से मिले और उनका आशीर्वाद लिया, वह पार्टी के लिए सकारात्मक ऊर्जा और सौभाग्य लेकर आए।' इस फोटो में उनके साथ कांग्रेस नेता जयराम रमेश भी दिखाई दे रहे हैं। 

इसके अलावा उन्होंने कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल से भी मुलाकात की। सिद्धू ने ट्वीट किया-एक बुद्धिमान व्यक्ति के साथ एक बातचीत महीनों की शिक्षा के लायक ह। संगठन की ताकत का स्तंभ केसी वेणुगोपाल से मिले और उनका आशीर्वाद लिया।

राहुल और प्रियंका से की थी मुलाकात

नवजोत सिंह सिद्धू ने गुरुवार को नई दिल्ली में राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा से मुलाकात की थी। सिद्धू ने कहा कि उनकी अपने 'नेताओं' और पंजाब राज्य के लिए उनकी प्रतिबद्धता अटल रहेगी। सिद्धू ने ट्वीट किया था-आज नई दिल्ली में अपने गुरु राहुल जी और मित्र, दार्शनिक, मार्गदर्शक प्रियंका जी से मिला। आप मुझे जेल में डाल सकते हैं, मुझे डरा सकते हैं, मेरे सभी वित्तीय खातों को ब्लॉक कर सकते हैं लेकिन पंजाब और मेरे नेताओं के लिए मेरी प्रतिबद्धता न तो झुकेगी और न ही एक इंच पीछे हटेगी!