प्रयागराज: उमेश पाल हत्याकांड के शूटर राकेश चौधरी ने जेल से छूटने के बाद अपराधियों का बड़ा गिरोह बना लिया था। वह मारे जा चुके अपने भाई के नाम के सहारे पूरे यमुनानगर इलाके में लूट-छिनैती और चोरी करने वाले कुख्यात गैंग का सरगना बनना चाहता था, हालांकि गवाह पर हमले की घटना में पकड़ा गया।

पुलिस ने धरपकड़ शुरू की तो इस गिरोह के एक दर्जन से ज्यादा अपराधियों के बारे में पता चला। इनमें से अब तक नौ पकड़े जा चुके हैं, जबकि अन्य की तलाश में पुलिस लगी है।

6 मार्च को एसओजी ने किया था विजय का एनकाउंटर

24 फरवरी को उमेश पाल और दो सरकारी गनर की हत्या के कुछ दिन बाद छह मार्च को एसओजी ने शूटर विजय चौधरी उर्फ उस्मान को मार गिराया था। उस समय उस्मान का बड़ा भाई राकेश चौधरी जेल में था, जो खुद पुराना अपराधी है।

करीब डेढ़ माह पूर्व वह जेल से छूटा है। 27 जून को शूटर एनकाउंटर के गवाह कारोबारी नीरज शुक्ला पर रात में घर लौटते समय हमले में राकेश चौधरी बोलेरो की टक्कर पर घायल हो गया था।