अमेरिका की शॉर्ट सेलिंग कंपनी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट का असर नए वित्तीय वर्ष के शुरू होने के बाद भी अदाणी समूह पर दिखाई दे रहा है। जनवरी में अदाणी समूह पर आई रिपोर्ट ने उस समय इसके शेयरों को धराशायी कर दिया था। इसके साथ ही गौतम अदाणी की संपत्ति में भी काफी कमी आ गई थी। बीच में शेयरों की स्थिति संभलती दिखी थी, लेकिन वित्तीय वर्ष का पहला दिन इस बात की ओर इशारा करता है कि अदाणी ग्रुप के लिए चुनौतियां अभी बरकरार हैं।

शेयरों में आई गिरावट

पहले कारोबारी दिन में अदाणी समूह में लिस्टेड 10 में से आठ कंपनियों के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई। सबसे ज्यादा गिरावट वाले शेयरों में NDTV के शेयर 2.95 फीसदी गिरकर 186.05 रुपये पर, अदानी विल्मर 2.38 फीसदी की गिरावट के साथ 396.20 रुपये पर, अदाणी टोटल गैस 2.28 फीसदी गिरकर 848.00 रुपये पर, अदानी एंटरप्राइजेज 1.85 फीसदी फिसलकर 1,718.00 रुपये पर, अदानी पावर 0.78 फीसदी टूटकर 190.10 रुपये पर और अडानी पोर्ट्स 0.44 फीसदी गिरकर 629.15 रुपये पर बंद हुआ।

दो शेयरों में लगा लोअर सर्किट

इन शेयरों में गिरावट देखे जाने के अलावा, अदाणी समूह के दो शेयरों में लोअर सर्किट भी लगा। इसमें पहला नाम अदानी ट्रांसमिशन का है, जो 5 फीसदी गिरकर 943.40 रुपये पर बंद हुआ। वहीं, दूसरा नाम अदानी ग्रीन एनर्जी का है, जो 5 फीसदी फिसलकर 837.10 रुपये पर बंद हुआ।

गौतम अडानी की संपत्ति में आई कमी

शेयरों की मांग में कमी आने के साथ ही समूह के संस्थापक गौतम अदाणी की संपत्ति में भी कमी आ गई है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, गौतम अदाणी दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों की लिस्ट में 23वें स्थान पर थे, जबकि Forbes की लिस्ट के मुताबिक, गौतम अदाणी 27वें नंबर पर हैं। उनकी कुल संपत्ति में 2.81 फीसद की कमी आई है और इससे उन्हें करीब 9871 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।