भीलवाड़ा: शहर से सटकर गुजर रही कोठारी नदी में सीवरेज आदि का प्रदूषित पानी प्रवेश कर रहा है। एनजीटी ने जिला प्रशासन को कोठारी नदी में जाने वाले सीवरेज का पानी रोकने के आदेश दे रखे हैं। इसके बावजूद जिला प्रशासन एवं राजस्थान प्रदूषण नियत्रण मंडल बोर्ड के अधिकारी बेपरवाह दिखाई दे रहे हैं। आरजिया के पास कोठारी नदी के किनारे स्थित अंशल सिटी में बने सैकड़ों मकानों का सीवरेज का पानी सीधे कोठारी नदी में जा रहा है। यह पानी आरजिया एनिकट से होता हुआ आगे बढ़ रहा है। इससे कोठारी नदी प्रदूषित हो रही है।

एसटीपी लगा, लेकिन चलाते नहीं-

अंशल सिटी ने कॉलोनी से निकलने वाले दूषित व सीवरेज के पानी को ट्रीट करने के लिए एसटीपी लगा रखा है। इसका संचालन न करके एसटीपी के पास बनाए गए चार टैंक में जमा पानी को पाइप के माध्यम से कोठारी नदी में ट्रेच बनाकर छोड़ रहे हैं। जबकि राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण मंडल के नियमों के अनुसार कॉलोनी का एक बूंद बिना उपचारित किए बाहर नहीं छोड़ सकते है़। सीवरेज ट्रीटमेन्ट प्लांट से ट्रीट करने के बाद भी इस पानी का उपयोग केवल पार्क व खेती के काम लिया जा सकता है।

शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं-

क्षेत्रवासी पंडित योगेश शर्मा ने जिला कलक्टर, जनसुनवाई, मुख्यमंत्री, राजस्थान प्रदूषण नियत्रण मंडल बोर्ड समेत अन्य अधिकारियों को शिकायतें की। उसके बाद भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं हो रही। पर्यावरणविद बाबूलाल जाजू ने भी एनजीटी के समक्ष एक वाद दायर कर नदी में बढ़ रहे प्रदूषण को रोकने का अपील की। जाजू ने बताया कि नदी के आसपास मौजूद विभिन्न उद्योगों के साथ-साथ अन्य का गंदा पानी कोठारी में जा रहा है जो गंभीर रूप से दूषित जल क्षेत्र में आता है।

नालों के जरिए दूषित हो रही नदी-

भीलवाड़ा शहर के कुछ नालों के जरिए गंदा व सीवरेज का पानी कोठारी नदी में प्रवेश कर रहा है। इनमें सुखाडिय़ा सर्किल, टंकी के बालाजी के पास का नाला व आरसी व्यास का नाला प्रमुख है। जिसका पानी नदी में पहुंच रहा है। लेकिन जिम्मेदार अधिकारी आंखों में पट्टी बांधे हैं।

बोर्ड ने माना, नदी में जा रहा दूषित पानी-

राजस्थान प्रदूषण नियत्रण मंडल बोर्ड के अधिकारियों ने माना है कि शहर के नालों, भीलवाड़ा डेयरी एवं अंशल सिटी टाउनशिप सहित कुछ व्यावसायिक इमारतों के जरिए गंदा पानी कोठारी नदी में पहुंच रहा है। लेकिन अभी तक प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई है।

जांच कर नोटिस दिया, अब जुर्माना लगेगा-

सीवरेज का पानी कोठारी नदी में छोडऩे की शिकायतें मिली हैं। सीवरेज का पानी सीधे नदी में छोडऩा पाया गया है। अंशल सिटी के संचालक को नोटिस जारी किया। एसटीपी लगा है, लेकिन संचालन नहीं हो रहा है। जुर्माना का प्रस्ताव मुख्यालय भेजा है। अन्य के खिलाफ भी नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।