मुंबई। लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बावजूद महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी के बीच कुछ सीटों को लेकर अभी भी पेंच फंसा हुआ है। शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने मंगलवार को कहा कि एमवीए अभी भी प्रकाश अंबेडकर के नेतृत्व वाली वंचित बहुजन अघाड़ी (वीबीए) के साथ सीट-बंटवारे पर बातचीत करना चाहते है।

मतपत्र पर चुनाव कराने की मांग

पत्रकारों से बात करते हुए, राउत ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (EVM) को खत्म करने और मतपत्र पर चुनाव कराने की अपनी मांग को भी दोहराया। उन्होंने दावा किया कि अगर ईवीएम पर मतदान नहीं हुआ तो भाजपा को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।

सीटों को लेकर अब भी फंसा हुआ पेंच

बता दें कि लोकसभा चुनावों के लिए प्रकाश अंबेडकर एमवीए के साथ बातचीत कर रहे थे। इसमें कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस (शरदचंद्र पवार) और शिवसेना (यूबीटी) पार्टी शामिल थी। लेकिन, हाल ही में उन्होंने 48 में से 20 सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की। सेना (UBT) नेता ने दावा किया कि अंबेडकर की पार्टी ने एमवीए के साथ बातचीत बंद कर दी, जिसने उसे अकोला, रामटेक, धुले और मुंबई की एक सीट सहित पांच सीटों का प्रस्ताव दिया था।

एकनाथ शिंदे जल्द खो देंगे अपनी कुर्सी

राउत ने आगे कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे जल्द ही अपनी कुर्सी खो देंगे और कहा कि पार्टी के दरवाजे 'गद्दारों' के लिए खुले नहीं हैं। बता दें कि कांग्रेस ने सोमवार को अकोला लोकसभा सीट से डॉ. अभय पाटिल की उम्मीदवारी की घोषणा की। पाटिल मौजूदा भाजपा सांसद संजय धोत्रे के बेटे अनूप धोत्रे और अंबेडकर से मुकाबला करेंगे, जो 2019 के चुनाव में इस सीट से हार गए थे।