प्रयागराज जंक्शन से मेरठ जाने वाली संगम एक्सप्रेस में बुधवार 26 जुलाई से एलएचबी कोच लग जाएंगे। अभी संगम का एक ही रैक जर्मन तकनीक वाले एलएचबी (लिंक हॉफमैन बुश) से लैस है। एलएचबी रैक लगने के बाद आने वाले दिनों में संगम एक्सप्रेस भी अधिकतम 130 की रफ्तार से दौड़ सकेगी। पुराने आईसीएफ कोच होने की वजह से इसकी अधिकतम स्पीड अभी 110 किमी प्रतिघंटा ही है। कुछ माह पूर्व ही संगम का एक रैक एलएचबी रेक से लैस किया गया था, लेकिन दूसरा रैक आईसीएफ ही था। फिलहाल 26 जुलाई से अब दोनों रैक एलएचबी के हो जाएंगे। इसमें अब स्लीपर के छह, एसी थ्री के पांच, एसी टू के दो, सामान्य श्रेणी के चार, एसएलआर और एसएलआरडी का एक-एक कोच रहेगा। वहीं दूसरे रैक में सामान्य श्रेणी के चार, स्लीपर के पांच, एसी इकोनॉमी का एक, एसी थ्री के पांच, एसी टू के दो व एसएलआर और एसएलआरडी का एक-एक कोच रहेगा। अब दोनों ही एलएचबी रैक होने से ट्रेन के रुकने व चलने पर यात्रियों को झटका भी महसूस नहीं होगा। आईसीएफ कोच के मुकाबले ज्यादा लंबा और हल्का होने की वजह से अगर कहीं कोई हादसा होता है, तो यह कोच एक-दूसरे पर नहीं चढ़ते हैं। इसमें डिस्क ब्रेक के साथ आईसीएफ कोच के मुकाबले ज्यादा बर्थ रहती हैं। एनसीआर के सीपीआरओ हिमांशु शेखर उपाध्याय ने बताया कि प्रयागराज से 26 जुलाई व मेरठ सिटी से 27 जुलाई से एलएचबी कोच संगम एक्सप्रेस में लग जाएगा।