भोपाल । प्रदेशभर में शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीई) के तहत आवंटित सीट वाले 16 हजार बच्चों ने स्कूलों में प्रवेश नहीं लिया। इसकी वजह बच्चों को मनपसंद स्कूल नहीं मिलना बताया जा रहा है। वहीं पहले चरण में लाटरी में 85 हजार 336 बच्चों को उनकी पहली पसंद के, आठ हजार 806 को दूसरी पसंद के और चार हजार 212 को तीसरी पसंद के स्कूलों में प्रवेश दिया गया था। इनमें भोपाल के आठ हजार 296 बच्चे शामिल हैं, जिनमें चार हजार 132 बालक और चार हजार 164 बालिकाएं हैं। 29 को दूसरे चरण की लाटरी - 29 अप्रैल को लाटरी निकाली जाएगी। इसमें पहले चरण में जिन आवेदकों के नाम का चयन नहीं हुआ है। वे भी आवेदन कर स्कूलों का विकल्प दे सकते हैं। दस्तावेजों का सत्यापन शनिवार तक होगा। प्राप्त जानकारी के अनुसार, प्रदेश भर में कुल सीटों की संख्या एक लाख 50 हजार है। इनमें आनलाइन आवेदन की संख्या एक लाख 34 हजार 851और  पात्र विद्यार्थियों की संख्या एक लाख 15 हजार 593 रही, एवं  प्रवेश लेने वाले बच्चों की संख्या  मात्र 85 हजार रही। नर्सरी में 59075, केजी-वन में 30197, केजी-टू  में 1698तथा पहली में 10249 बच्चों ने प्रवेश लिया।गौरतलब है कि इस बार प्रदेशभर के 27 हजार निजी स्कूलों में एक लाख 34 हजार 851 आवेदन आए थे, जो कि पिछले साल की तुलना में 40 हजार कम हैं। पिछले साल एक लाख 74 हजार से अधिक आवेदन आए थे। पहले चरण की लाटरी में एक लाख एक हजार आवेदकों को सीटें आवंटित की गई थीं। प्रदेशभर के 27 हजार 314 निजी स्कूलों में 2384 ऐसे हैं, जिनमें आरटीई के तहत एक भी आवेदन नहीं हुआ है।