रेलकर्मी के आवास पर डाला डाका, पत्नी, बच्चे को बंधक बनाकर 35 हजार की लूटी संपत्ति....
शनिवार की रात बारिश के दौरान शहर में बिजली कटी हुई थी। हर ओर अंधेरा था। बारिश बंद होते ही पंपू तालाब स्थित रेलवे अस्पताल कालोनी में छह अपराधियों ने रेलकर्मी चंद्रपाल के आवास पर डाका डाल दिया। उनकी पत्नी व बच्चे को बंधक बनाकर 35 हजार की संपत्ति ले गए।
पति की गैर मौजूदगी में हुई घटना
डकैतों ने घर से 6200 रुपये, 20 हजार की कीमत के जेवरात व 9000 रुपये का मोबाइल लूट लिया। इससे पहले गृहस्वामिनी को एक कमरे में बंद कर दिया चंद्रपाल की पत्नी डकै ने बताया कि पति रेलवे में बिजली विभाग में कार्यरत हैं। शनिवार की देर रात बारिश हो रही थी। बिजली गुल हो गई थी। बिजली में हुई गड़बड़ी के कारण रात में पति को ड्यूटी पर बुलाया गया था। घर में वह और सात वर्षीय पुत्र आर्यन ही थे।
पांच से सात मिनट में ही पूरा घर खाली
करीब 12 बजे छह अपराधी घर की चहारदीवारी फांदकर आ धमके। घर का दरवाजा खटखटाया। हमने समझा कि पति लौट आए हैं इसलिए दरवाजा खोल दिया। तभी तीन अपराधी हथियार लेकर अंदर घुस आए। तीन बाहर ही रह गए। एक अपराधी ने हमारा मुंह दबा दिया। चुप रहने का इशारा किया। इसके बाद हमें व बच्चे को एक कमरे में बंद कर दिया। तीनों अपराधियों ने पूरा घर खंगाला। 6200 रुपये, नाक की सोने की कील, कान की बालियां अलमारी से निकाल लीं। पांच से सात मिनट में ही अपराधी वारदात को अंजाम देकर चलते बने। जब डकैत चले गए तो तुरंत अपने पति को फोन पर सूचना दी। फिर वह घर आए और100 नंबर पर फोन कर पुलिस को सूचना दी। पुलिस भी रात में पहुंची और छानबीन की। पीड़िता का कहना है कि तीनों अपराधियों को बार-बार बाहर मौजूद उनके साथी चलो-चलो कह रहे थे। प्रियंका ने पुलिस को अपराधियों का हुलिया भी बताया है। उसका कहना है कि सभी की उम्र 25 साल के आसपास थी। वे काले कपड़े पहने थे, मुंह पर नकाब डाले थे।
सीसीटीवी कैमरों को खंगालने में जुटी पुलिस
पीड़िता के बयान के बाद पुलिस घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी कैमरे तलाश रही है। हालांकि, पुलिस कह रही है कि घटना के वक्त बिजली नहीं थी इसलिए कैमरे से कुछ खास मिलने की उम्मीद नहीं है, मगर कुछ सुराग मिल सकता है इसलिए आसपास कहां कैमरा है, उसके बारे में जानकारी लेकर फुटेज देखेंगे।