चंडीगढ़: पंजाब की सड़कों पर अगस्त माह सड़क सुरक्षा फोर्स के जवान तैनात हो जाएंगे। इस फोर्स में 5000 कर्मचारियों की तैनाती की जाएगी। पहले चरण में फोर्स में 1286 पुलिस कर्मचारियों को सड़क पर उतारा जा रहा है। फोर्स की वर्दी आम पुलिस से हट कर होगी। ध्यान रहे की हर साल 5000 से अधिक लोगों को सड़क दुघर्टनाओं में अपनी जिंदगी से हाथ धोना पड़ रहा है।

पंजाब की सड़कों पर रोजाना जाती है 14 लोगों की जान

पंजाब की सड़कों पर रोजाना 14 लोगों की जान जाती। इस लिए जरूरी सड़क सुरक्षा फोर्स राज्य में सड़क सड़क सुरक्षा फोर्स (एसएसएफ) की जरुरत क्यों पड़ी। इसे लेकर राज्य सरकार की ओर से एक सर्वे करवाया गया। एक अनुमान के अनुसार राज्य में सड़क हादसों के कारण 18000 करोड़ का सामाजिक व आर्थिक नुकसान होता है। जोकि पंजाब की जीडीपी को 3 फीसद है।

सामाजिक और आर्थिक नुकसान होता है

सड़क हादसों के कारण सलाना राष्ट्रीय राजमार्गों पर 5600 करोड़ और स्टेट हाइवे पर 4500 करोड़ रूपये सामाजिक और आर्थिक नुकसान होता है। रोजाना के नुकसान का आंकड़ा 28 करोड़ है। मौजूदा में पंजाब ट्रैफिक पुलिस में 2048 की नफरी है जोकि 2004 के वाहनों के आधार पर थी। इसके बाद पंजाब में एक करोड़ नई गाड़ियां व आबादी में करीब 20 फीसद की बढ़ोतरी हुई है।

सड़कों पर वाहनों की हालत बेहद खराब

सड़कों होंगे तेज गति वाले वाहन हाइवे पेट्रोल के लिए नेशनल व स्टेट हाइवे व राज्य के जिलों की प्रमुख सड़कों पर वाहनों की हालत बेहद खराब है। हाईवे पर पेट्रोलिंग के लिए 62 पुरानी गाड़ियां थी। जोकि करीब 15 साल पुरानी थी। यह गाड़ियां एक हजार किलोमीटर कंवर नहीं कर सकती थी।

लेकिन अब राज्य सरकार की ओर से 144 वाहनों की तैनाती की गई है। सड़क सुरक्षा फोर्स में 5000 से ज्यादा कर्मचारियों की तैनाती की जाएगी। इस पर होने वाला खर्च पंजाब में सड़क हादसों में होने वाले एक हफ्ते में होने वाले सामाजिक व आर्थिक नुकसान से भी कम है।

कौन से साल कितने लोगों की मौत

साल                      मौत

2018                    4740

2019                    4525

2020                    3898

2021                    4589