सरकारी अस्तपताल में प्रसव कराने के लिए मां-पिता के साथ एंबुलेंस से जा रही महिला की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई. जबकि मां-पिता का सदर अस्तपताल में इलाज चल रहा है. दरअसल मामला है कि खड़गपुर प्रखंड के बढ़ौना पंचायत के भुदहरनी गांव निवासी जय प्रकाश यादव अपनी 27  वर्षीय बेटी लालमणि देवी को प्रसव कराने के लिए आज अहले सुबह चार बजे सरकारी एम्बुलेंस से सामुदायिक स्वास्थ केंद्र खड़गपुर जा रहा था. तभी भूमासी पुल के पास से पीछे से तेज रफ्तार से आ रही ट्रक ने एम्बुलेंस को पीछे से टक्कर मार दी.

एंबुलेंस में सवार लालमणि देवी जयप्रकाश यादव और उसकी पत्नी किरण देवी गंभीर रूप से घायल हो गई. घटना की जानकरी मिलने के बाद स्वास्थ विभाग की टीम दूसरी एंबुलेंस लेकर घटनास्थल पर पहुंचे और सभी घायलों को सामुदायिक स्वास्थ केंद्र में भरती कराया जहां प्राथमिक उपचार के बाद तीनों को बेहतर इलाज के लिए मुंगेर सदर अस्तपताल भेज दिया. जहां इलाज के दौरान लालमणि की मौत हो गई. वहीं घायल पिता जय प्रकाश यादव ने बताया की हम अपनी बेटी की डिलीवरी कराने के लिए सुबह 4 बजे सरकारी एंबुलेंस से  खड़गपुर सामुदायिक अस्तपताल आ रहे थे,  तभी भूमासी पुल के पास पीछे से किसी वाहन ने  एंबुलेंस में ठोकर मार दी जिसके कारण हम पत्नी और मेरी बेटी गंभीर रूप से घायल हो गए.

उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों की मदद के बाद  खड़गपुर अस्तपताल में भरती कराया फिर मुंगेर सदर अस्तपताल रेफर कर दिया जहां इलाज के क्रम में मेरी बेटी की मौत हो गई. भाई सारजन यादव ने बताया की हमारी वहन 5 महीने से अपने मायके में आयी थी और वो गर्भवती थी ,वही शनिवार को अहले सुबह जबडिलेवरी के लिए खड़गपुर अस्तपताल ले जाया जा रहा था तभी एंबुलेंस में एक ट्रक ने धक्का मार दिया. जिसके कारण एम्बुलेंस अनियंत्रित हो कर गड्डे में चली गई और बहन के साथ चाचा और चाची गंभीर रूप से घायल हो गया और बहन का इलाज के दौरान मौत हो गई साथ ही उसके गर्भ में बच्चे की भी मौत हो गई.

मृतक लालमणि की 5 वर्षीय बेटी पूजा कुमारी अपनी मां के शव को टुकुर -टुकुर कर देख रही है उसकी मां अब बेड से उठकर उसे पुकारेगी ,लेकिन उसे पता नहीं था की उसकी मां की मौत हो चुकी है वो बार बार मां को देख रही है. वहीं बताया जाता है कि लालमणि की शादी 5 साल पूर्व  खगड़िया जिला के पौरा गांव निवासी लूटन यादव से हुई थी, वहीं 5 महीना पहले किसी को बात को लेकर पति -पत्नी में झगड़ा हुआ और 5 महीने से मृतिका अपने मायके में अपने पिता और मां के साथ रह रही थी.