राष्ट्रीय जनता दल (राजद) राज्य में अपनी मजबूत स्थिति बनाने की कोशिश में है। इसके लिए पार्टी के नेताओं ने चार संसदीय क्षेत्रों में अपनी गतिविधियों को बढ़ा दिया है। इनमें पलामू, चतरा, कोडरमा व गोड्डा लोकसभा सीट शामिल हैं। इन सीटों पर राजद ने लोकसभा चुनाव लड़ने की अपनी दावेदारी की है और इससे संबंधित रिपोर्ट पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को सौंपी है।

झारखंड में मजबूत स्थिति हासिल करने की कोशिश में राजद

पार्टी सूत्रों के अनुसार, इस बार अगर राजद की सीटें नहीं बढ़ीं तो राजद महागठबंधन से छिटक सकता है। अगर पार्टी की मांगों पर सही तरीके से विचार नहीं हुआ, तो राजद अकेले भी चुनाव मैदान में उतर सकता है।

2019 के लोकसभा चुनाव में राजद को महागठबंधन में चुनाव लड़ने के लिए सिर्फ एक सीट मिला था। इस बार सीन अलग बताया जा रहा है। राजद झारखंड में मजबूत स्थिति हासिल करने की कोशिश कर रहा है।

महागठबंधन के दल सीटों पर कर रहे दावेदारी

इधर, आइएनडीआइ गठबंधन में झारखंड में सीट शेयरिंग का पेंच फंसा हुआ है। महागठबंधन में शामिल दलों पर दबाव बनाने की तैयारी चल रही है। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर महागठबंधन के सभी दल अपने-अपने तरीके से सीटों पर दावेदारी कर रहे हैं।

14 लोकसभा सीटों वाली झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा ने सात सीटों पर चुनाव लड़ने का दावा ठोका है तो कांग्रेस ने नौ सीटों पर दावेदारी की है। इसी बीच राजद ने भी अपना पत्ता खोलते हुए चार सीटों पर चुनाव लड़ने का दावा कर दिया है।