राज्य में भले ही मानसून अवधि के दौरान अब तक सामान्य से करीब 48 प्रतिशत कम वर्षा हुई, लेकिन शनिवार की देर रात हुई झमाझम वर्षा ने लोगों को काफी राहत दी। खासकर किसानी को इस वर्षा का सीधा लाभ मिलेगा। बता दें कि पिछले कुछ दिनों से कम वर्षा के कारण किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें बढ़ गईं हैं। राज्य के अधिकांश हिस्सों में कम वर्षा के कारण धानरोपनी नहीं हो पाई है। बिना पानी के खेतों में लगे धान के बिचड़े तक सूख चुके हैं और किसानों को दोबारा बिचड़े के लिए जेबें ढीली करनी पड़ी है। वहीं, शनिवार की रात हुई तेज वर्षा ने किसानी की समस्या को काफी हद तक पाटने का काम किया है। राजधानी समेत आसपास के जिलों में तेज वर्षा से राहत मिली है। वहीं, शहर के अधिकांश हिस्सों में लबालब पानी भर गया है। नालों से कचरे के साथ गंदा पानी भी उफनकर बाहर निकलने लगा। हालांकि, रात्रि पहर वर्षा होने से आवागमन की समस्या नहीं रही और बड़े वाहनों को ही परेशानी से दो चार होना पड़ा। मौसम विज्ञान केंद्र रांची के वरीय विज्ञानी अभिषेक आनंद बताते हैं कि 2 अगस्त तक राज्य के अमूमन सभी हिस्सों में अच्छी वर्षा के संकेत है। पूरे राज्य में वर्षापात की बात करें तो अधिकांश हिस्सों में अबकी बार मानसून में कम वर्षा हुई है। मौसम विभाग के अनुसार 2 अगस्त तक राज्य के लगभग सभी स्थानों पर गर्जन के साथ हल्के से मध्यम दर्जे की वर्षा होने की संभावना है। इस दौरान अधिकतम तापमान में भी किसी बड़े बदलाव की संभावना नहीं है।