उज्जैन ।   सतना निवासी दुष्कर्म पीड़िता किशोरी को बुधवार को कोर्ट लाया गया था। कोर्ट में उसके धारा 164 के तहत बयान दर्ज करवाए गए। इसके बाद उसके लालपुर स्थित बालिका गृह ले जाया गया था, जहां किशोरी को उसके दादा को सौंप दिया गया। इसके बाद सतना पुलिस दादा व किशोरी को अपने साथ ले गई। घटना के बाद से ही किशोरी का इंदौर के एमटीएच अस्पताल में उपचार चल रहा था। मंगलवार को उसे अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया था।

40 मिनट तक हुए बयान

सतना निवासी किशोरी व उसके दादा को साथ लेकर पुलिस बुधवार सुबह करीब 11 बजे कोर्ट पहुंची थी, जहां करीब 40 मिनट तक उसके बयान दर्ज किए गए। बताया जा रहा है कि इस दौरान मानसिक रूम से कमजोर बच्चों के साथ बात समझने वाले इंटरप्रिटेटर भी मौजूद थे। बयान दर्ज करवाने के बाद पुलिस उसे लेकर लालपुर स्थित बालिका गृह लेकर पहुंची थी।

यह था पूरा मामला

बता दें कि 25 सितंबर को मानसिक रूप से कमजोर सतना की नाबालिग देर रात करीब तीन बजे रेलवे स्टेशन क्षेत्र में भटक रही थी। तभी आरोपित भरत सोनी उसे अपनी आटो में बैठाकर ले गया और जीवनखेड़ी क्षेत्र में ले जाकर उसके साथ दरिंदगी की थी। इसके बाद वह अर्धनग्न अवस्था में करीब आठ किलोमीटर तक पैदल घूमती रही। इस दौरान उसकी किसी ने मदद नहीं की थी। बड़नगर रोड पर मुरलीपुरा चौराहे के यहां दांडी आश्रम के राहुल आचार्य ने उसकी अवस्था देखकर मदद की और पुलिस को सूचना दी थी। पुलिस ने 1000 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालकर आरोपित भरत सोनी को गिरफ्तार किया था। पुलिस आरोपित को घटनास्थल जीवनखेड़ी ले गई थी।

यहां सोनी ने पुलिसकर्मियों को धक्का देकर वहां से भागने का प्रयास किया था। गिरने से उसके पैर की हड्डी टूट गई थी। कोर्ट ने उसे सात दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा था। इंदौर में आरोपित का उपचार चल रहा है। पुलिस का कहना है कि उसे जल्द से जल्द ही सजा दिलवाई जाएगी। इसके लिए डीएनए जांच व अन्य विज्ञानी जांच कर्रवाई की गई है। आरोपित भरत सोनी का नानाखेड़ा स्थित सरकारी जमीन पर कब्जा कर बनाया गया मकान व समीप स्थित चाय की गुमटी को नगर निगम व पुलिस ने चार अक्टूबर को तोड़ दिया था।