जयपुर। जयपुर बम ब्लास्ट मामले में राजस्थान सरकार पर विपक्ष लगातार दबाव बनाए हुए है। 15 दिन से ज्यादा होने के बाद भी राजस्थान सरकार ने अब तक बम ब्लास्ट के आरोपियों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी (स्पेशल लीव पिटीशन) दायर नहीं की है। बीजेपी इस मामले में सरकार पर लगातार हमलावर है। इसी क्रम में बीजेपी अब बम ब्लास्ट पीड़ितों के साथ सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दायर करने जा रही है। इसके लिए नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ बुधवार रात जयपुर ब्लास्ट के पीड़ित परिवारों के साथ दिल्ली पहुंच गए।

बता दें कि राजेंद्र राठौड़ की ओर से एसएलपी दायर करके हाईकोर्ट की ओर से जयपुर ब्लास्ट के आरोपियों को बरी किए जाने के आदेश को चुनौती दी जाएगी। बीजेपी राजस्थान सरकार पर इस मसले पर कमजोर पैरवी का आरोप लगा रही है।

बता दें कि 13 मई 2008 जयपुर में सीरियल बम धमाके हुए थे। 8 बम धमाकों में 71 लोगों की मौत हो गई थी और 185 से अधिक घायल हुए थे। इस ब्लास्ट मामले के चार आरोपियों को विशेष न्यायालय ने फांसी की सजा सुनाई थी। बाद में उसी आदेश को 30 मार्च राजस्थान हाईकोर्ट ने रद्द करते हुए सभी आरोपी मोहम्मद सैफ, सलमान, सैफुर्रहमान और सरवर आजमी को बरी कर दिया था।

वहीं, इस मामले में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने रतनगढ़ विधायक अभिनेष महर्षि के लिए डीजीपी से सुरक्षा मांग की है। जोशी ने अपने पत्र में लिखा कि विधायक अभिनेष महर्षि और उनके परिवार को फोन पर असामाजिक, गुंडा तत्वों की तरफ से जान से मारने की धमकी दी गई है, जिसके बाद से उनके परिजनों और विधायक अभिनेष महर्षि को अनहोनी का भय और जान का खतरा बना हुआ है।