फर्जी छापा मारकर बठिंडा के व्यापारी से 1.01 करोड़ रुपये लूटने के मामले में पांच दिन से फरार चंडीगढ़ पुलिस के कांस्टेबल शिव कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उसे गुरुवार को जिला अदालत में पेश किया जाएगा। इससे पहले इस मामले में सेक्टर-41 की बीट बॉक्स के कांस्टेबल वरिंदर और एक अन्य आरोपी वजिंदर उर्फ अंकित गिल की गिरफ्तारी हो चुकी है। वहीं, एसआई नवीन फोगाट का पुलिस अब तक सुराग नहीं लगा सकी है।गुरुवार को तीन दिन का रिमांड खत्म होने पर आरोपी कांस्टेबल वरिंदर और दो दिन का रिमांड खत्म होने पर वजिंदर उर्फ अंकित गिल को अदालत में पेश किया जाएगा।

मामले में गिरफ्तार शिव कुमार से अब पुलिस इस अपराध में उसकी भूमिका और अन्य अपराधियों की भूमिका की जानकारी जुटा रही है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, आरोपी कांस्टेबल शिव कुमार सेक्टर-26 पुलिस लाइन में अपनी हाजिरी लगाने आया था और असलहा जमा करवाकर फरार होने की फिराक में था।

सूत्रों के मुताबिक, वह अदालत में अग्रिम जमानत याचिका भी दायर करने वाला था। उसने पुलिस लाइन में गैर-हाजरी लगाए जाने पर मुलाजिमों से बहस भी की। इस बीच मामले की जानकारी मिलने पर पुलिस की टीम पुलिस लाइन पहुंच गई और उसे वहीं से दबोच लिया। शिव कुमार मामले में फरार आरोपी बुड़ैल निवासी प्रवीण शाह का पीएसओ है। बता दें कि प्रवीण पर वर्ष 2020 में हमला हुआ था। पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायलय के आदेशों पर उसे चंडीगढ़ पुलिस ने सुरक्षा प्रदान की थी।

आरोप के मुताबिक प्रवीण के भाई हिस्ट्रीशीटर सोनू शाह की सितंबर 2019 में गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई ने हत्या करवा दी थी। प्रवीण इस मामले में चश्मदीद गवाह है। वहीं उसके खुद के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। प्रवीण को बठिंडा निवासी पीड़ित व्यापारी संजय गोयल के व्यापार और पैसों की पूरी जानकारी थी। उसने यह जानकारी अपने पीएसओ शिव कुमार को दी, जिसने आरोपी एसआई नवीन फोगाट को मामले की जानकारी दी। इसके बाद सभी ने मिलकर इस अपराध को अंजाम दिया।