लुधियाना। पंजाब में वीरवार को दूसरे दिन कई जिलों में तेज हवा के साथ वर्षा हुई और किसानों की उम्मीदों पर ओले पड़ गए। लगभग सात जिलों के कुछ हिस्सों में तेज ओलावृष्टि हुई है। ओलों से कई फसलों को नुकसान हो सकता है। लुधियाना में सर्वाधिक 30.4 एमएम वर्षा हुई।सामान्य तौर पर फरवरी माह में 33.7 एमएम वर्षा होती है, लेकिन इस साल एक दिन में वर्षा ने रिकार्ड तोड़ दिया। मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को भी कई जिलों में वर्षा हो सकती है। कई जिलों में धुंध के आसार हैं। जिला कृषि अधिकारी नरिंदर सिंह बेनीपाल का कहना है कि वर्षा गेहूं की फसल के लिए अच्छी है। हालांकि जिन स्थानों पर ओले पड़े हैं वहां नुकसान हो सकता है, क्योंकि ओलावृष्टि से गेहूं के पत्ते फट जाते हैं। इसके अलावा वर्षा सरसों की फसल के लिए नुकसानदेह है।

बारिश से किसानों को मुसीबतों का सामना करना पड़ सकता है। गेहूं सहित सभी फसलों को फायदा पहुंचेगा। जबकि अब कोहरा पड़ने की संभावना भी खत्म हो जाएगी। इसके साथ वर्षा से हवा की गुणवत्ता में भी सुधार आएगा। मौसम केंद्र चंडीगढ़ के अनुसार चंडीगढ़ में 1.1 मिलीमीटर, अमृतसर में 0. 7 मिलीमीटर, लुधियाना में 3.0 मिलीमीटर, पटियाला में 1.0 मिलीमीटर, पठानकोट में 0.2 मिलीमीटर, बठिंडा में 2.0 मिलीमीटर, फरीदकोट में 1.2 मिलीमीटर, गुरदासपुर में 1.8 मिलीमीटर, एसबीएस नगर में 0.5 मिलीमीटर, मोगा में 2.5 मिलीमीटर, रोपड़ में 0.8 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई।