जयपुर । मुख्य सचिव श्रीमती उषा शर्मा ने शासन सचिवालय में इन्फ्रास्ट्रक्चर से जुड़ी प्रमुख योजनाओं के समयबद्ध क्रियान्वयन के लिए गठित संचालन एवं समन्वय समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रदेश में चल रही प्रमुख योजनाओं की क्रियान्विति की समीक्षा की। उन्होंने विभागों के सचिवों से योजनाओं की समयबद्ध क्रियान्विति सुनिश्चित करने के लिए कहा। 
उन्होंने कहा कि अब से हर माह इन योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की जाएगी। साथ ही योजनाओं में देरी के लिए जिम्मेदारी भी तय की जाएगी। उन्होंने विभागों की 50 करोड़ की राशि से ऊपर की सभी ईपीसी तथा पीपीपी योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने विभागों से कहा कि योजनाओं की घोषणाओं के तुरंत बाद उन पर अमल शुरू होना चाहिये। उन्होंने कहा कि जिन योजनाओं में भूमि अधिग्रहण ना होने अथवा किसी अन्य कारण से विलम्ब हुआ है, उनको भी डेडलाइन लेकर पूरा करें। उन्होंने कहा कि टेंडर होने तथा वर्क ऑर्डर जारी होने के बीच अनावश्यक देरी नहीं होनी चाहिये।  मुख्य सचिव ने, चम्बल रिवर फ्रंट, ऑक्सीज़ोन सिटी पार्क, देवनारायण नगर एकीकृत आवासीय योजना, नए मेडिकल कॉलेजों और औद्योगिक क्षेत्रों के निर्माण आदि योजनाओं की प्रगति पर संतोष व्यक्त किया और कहा कि ये सभी प्रोजेक्ट्स राज्य में विकास को नई ऊंचाइयां देने वाले हैं। इनके कार्य में और तेजी लाकर इन्हें यथाशीघ्र पूरा किया जाए। उन्होंने थर्मल पावर प्लान्ट कोटा, कालीसिंध तथा सूरतगढ़, नए सोलर पार्क, आरवीपीएन प्रोजेक्ट्स, आईपीडी टावर आदि के कार्यों को भी शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिये। विभागों के अधिकारियों ने प्रेजेन्टेशन के माध्यम से अपने विभाग की प्रमुख योजनाओं की प्रगति के बारे में मुख्य सचिव को अवगत कराया।