रतलाम ।    शिक्षक दिवस पर राष्ट्रपति भवन के विज्ञान भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा सीएम राइज विनोबा स्कूल रतलाम की शिक्षिका सीमा अग्निहोत्री को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार प्रदान किया गया। उन्होंने विद्यार्थियों को समझने के लिए एक पोर्टफोलियो तैयार किया था, जिसमें स्वाट एनालिसिस अर्थात उनको समझने के लिए उनकी स्ट्रैंथ, वीकनेस, अपार्चुनिटी को ध्यान में रखा। इसके पश्चात उन्हें विद्यार्थी को समझने और उसकी उन्नति के लिए कार्य करने को समझना आसान हुआ। शिक्षिका सीमा अग्निहोत्री ने बताया कि शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात का अवसर मिला। प्रधानमंत्री ने शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि विद्यार्थी अपनी शादी में कई लोगों को बुलाते हैं, लेकिन अपने शिक्षक को कभी नहीं बुलाते। इसका कारण विद्यार्थी नहीं बल्कि शिक्षक है, क्योंकि शिक्षक उनसे जुड़ा हुआ नहीं रहता। उन्होंने अपने शिक्षक का उदाहरण देते हुए कहा कि उनके शिक्षक कम से कम महीने में दो बार उन्हें पत्र लिखा करते थे। अतः यदि विद्यार्थी से शिक्षक जुड़ा रहेगा तो विद्यार्थी भी शिक्षक से जुड़ा रहेगा। यह बहुत जरूरी है।

आदिवासियों से सीखें पर्यावरण संरक्षण

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से एक शिक्षक ने पूछा मिशन लाइफ स्टाइल को विद्यार्थियों को कैसे सिखाएं। प्रधानमंत्री ने कहा कि आप एकलव्य स्कूल से हैं, जहां आदिवासी विद्यार्थी होते हैं तो हमें विद्यार्थियों को सिखाने की जरूरत नहीं है, बल्कि आदिवासियों से ही हमें पर्यावरण संरक्षण सीखना चाहिए और उनकी जीवन शैली को अपनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण को हमारी भारतीय संस्कृति में पहले से ही महत्व दिया गया है। जब बड़े भाई-बहन के कपड़े छोटे होते थे तो उसे छोटे भाई-बहनों को दिए जाते थे और जब उनके भी पहनने लायक नहीं रहते तो फिर उससे कोई उपयोगी चीज बना ली जाती थी। इस प्रकार हमें अपनी प्राचीन संस्कृति का अनुसरण करना चाहिए। विद्यार्थियों की पुरानी पुस्तक को पुनः उपयोग करके भी पर्यावरण संरक्षण किया जा सकता है। तकनीक का प्रयोग कर शिक्षा को बनाया आनंदमय, रतलाम की सीमा का राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिए चयन
आनंदमय तकनीकी शिक्षा देना उद्देश्य

वर्ष 1999 में ग्राम अमलेटा से शिक्षण यात्रा की शुरुआत करने वाली सीमा अग्निहोत्री ने उत्कृष्ट विद्यालय में लगभग 18 वर्ष सेवाएं दी। 2022 से वर्तमान में वह सीएम राइज विनोबा विद्यालय में बच्चों को अध्यापन करा रही है। उनका उद्देश्य विद्यार्थियों को तनाव रहित आनंदमय तकनीकी शिक्षा देना है।