ओम नमः शिवाय बाबा के त्याग और अक्षय अन्न क्षेत्र के होंगे दर्शन


प्रयागराज। प्रयागराज संगम पर जनवरी 2024 में आयोजित होने वाले माघ मेले के लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं। योगी सरकार 2024 के माघ मेले को 2025 में आयोजित होने वाले महाकुंभ के रिहर्सल तौर पर पेश कर रही है। माघ मेले के लिए जहां साधु संतों और संस्थाओं को भूमि का आवंटन किया जा रहा है, वहीं पीडब्ल्यूडी विभाग की ओर से पांटून ब्रिज और बिजली व सिंचाई विभाग समेत दूसरे विभाग भी अपनी तैयारी में लगे हैं।
इस बीच साधु-संतों और संस्थाओं का भी माघ मेले में आने का क्रम शुरू हो गया है। माघ मेले और कुंभ मेले में पिछले 42 वर्षों से अन्न क्षेत्र चलाने वाले ओम नमः शिवाय बाबा ने अनूठी पहल की है। उन्होंने ऐलान किया है कि इस बार से माघ मेले में वह सरकारी सुविधाओं का त्याग करेंगे। उन्होंने कहा है कि प्रशासन से वह सिर्फ जमीन, बिजली और पानी की ही सुविधा लेंगे। टेंट, बैरिकेटिंग, फर्नीचर,बिस्तर और अन्य सुविधाओं को नहीं लेंगे।
ओम नमः शिवाय बाबा का कहना है कि सरकार यह सुविधा जनता के टैक्स से पैसे से लोगों को मुहैया कराती है। उनका मानना है कि माघ मेले और कुंभ मेले में वह जनता की सेवा करने आते हैं, इसलिए वह किसी भी तरह से जनता की गाढ़ी कमाई का पैसा बर्बाद नहीं होने देना चाहते हैं। नमः शिवाय बाबा ने दूसरे साधु संतों और संस्थाओं से भी अपील की है कि वह भी सरकारी सुविधाओं का त्याग करें जिससे जनता के टैक्स का पैसा जनता के विकास योजनाओं में खर्च हो सके।
ओम नमः शिवाय बाबा की इस पहल का लोग भी स्वागत और सराहना कर रहे हैं। ओम नमः शिवाय बाबा का कहना है कि इस बार के माघ मेले में भी उनका अन्न क्षेत्र शुरू हो गया है। यह अन्न क्षेत्र अब पूरे माघ मेले तक इसी तरह चलता रहेगा। संस्था का उद्देश्य है कि माघ मेले में आने वाला कोई भी भक्त भूखा ना सोने पाए।
गौरतलब है कि संस्था की ओर से माघ मेले और कुंभ मेले में पिछले 42 वर्षों से विशाल अन्न क्षेत्र पांच स्थानों पर दिन-रात चलता आ रहा है। इसके अलावा वर्ष 2020 और 2021 में कोविड महामारी के दौरान भी कानपुर, लखनऊ, अयोध्या और प्रयागराज में संस्था की ओर से लाखों श्रमिकों, कोटा के छात्रों और यात्रियों को निशुल्क भोजन उपलब्ध कराया गया था।