झारखंड में राज्यसभा के लिए 2 सीटें खाली हो रही हैं. दो सीटों पर होने वाले भारतीय जनता पार्टी ने पार्टी महामंत्री प्रदीप वर्मा को उम्मीदवार बनाया है. प्रदीप वर्मा को प्रत्याशी बनाए जाने के बाद बीजेपी में अरुण उरांव और आशा लकड़ा के नाम पर लगाए जा रहे कयास पर विराम लग गया है. उधर बीजेपी उम्मीदवार को लेकर सत्ताधारी जेएमएम और कांग्रेस ने मोर्चा खोल दिया है. जेएमएम और कांग्रेस दोनों ने बीजेपी प्रत्याशी प्रदीप वर्मा को बाहरी बताया गया है. जेएमएम के महासचिव सुप्रीम भट्टाचार्य ने कहा कि प्रदीप वर्मा यूपी के रहने वाले हैं. ऐसे में बाहरी कैंडिडेट का चुनाव बीजेपी की मंशा को दर्शाती है.

झामुमो की तरह कांग्रेस ने भी कहा कि भारतीय जनता पार्टी बाहरी जनता पार्टी है. उन्होंने एक आदिवासी का टिकट काटकर बाहरी को टिकट दिया है. भाजपा के इस कार्य से समझा जा सकता है कि झारखंडियों और मूलवासियों के प्रति कितना प्रेम है. वहीं भारतीय जनता पार्टी झारखंड प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि प्रदीप वर्मा के अथक समर्पण और त्याग का फलाफल है कि उन्हें दिल्ली भेजा जा रहा है. पार्टी ने उन्हें राज्यसभा का उम्मीदवार बनाया है. मरांडी ने कहा कि भाजपा में ऐसा ही होता है. जो मेहनती होता है, उसे उसका फल मिलता है.

बता दें कि प्रदीप वर्मा के ऊपर झारखंड बीजेपी के अंदर सांगठनिक कार्यों की जिम्मेदारी काफी समय से थी, जिसका फायदा उन्हें मिला है. वर्तमान में प्रदेश महामंत्री के साथ साथ प्रदीप वर्मा झारखंड बीजेपी के कार्यालय प्रभारी भी हैं. प्रदीप वर्मा नामांकन के अंतिम दिन यानी 11 मार्च को पर्चा दाखिल करेंगे. इस दौरान बीजेपी प्रदेश प्रभारी लक्ष्मीकांत बाजपेयी, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी आदि नेता मौजूद रहेंगे.