राजस्थान : मुखबिर से मिली सूचना पर जब उदयपुर जिला पुलिस ने सेंट्रल जेल में अचानक छापेमारी कर तलाशी ली, तो जेल में छह मोबाइल और अन्य कई आपत्तिजनक चीजें बरामद हुईं हैं। पुलिस की भनक लगते ही कैदियों ने अपने मोबाइल फोन टॉयलेट में बहा दिए थे।

पुलिस को मुखबिर से यह सूचना मिली कि सेन्ट्रल जेल उदयपुर के बैरक नम्बर 14 में बंद शातिर बदमाश दिलीप नाथ मोबाइल का इस्तेमाल करता है। वह कई दिन से अपने साथियों के साथ मोबाइल फोन से बात कर आपराधिक गतिविधियों का संचालन कर रहा है। इस सूचना पर एसपी विकास शर्मा के नेतृत्व में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महिला अपराध और अनुसंधान प्रकोष्ठ मनजीत सिंह, थानाधिकारी भुपालपुरा हनवंत सिंह सोढ़ा, थानाधिकारी अम्बामाता रवीन्द्र चारण, थानाधिकारी नाई श्याम सिंह रत्नू और थानाधिकारी सुखेर संजय शर्मा की एक विशेष टीम का गठन कर सेंट्रल जेल की आकस्मिक सर्च के लिए रवाना किया गया। 

उप महानिरीक्षक जेल कैलाश त्रिवेदी के निर्देशन में विधिवत रूप से पुलिस टीम ने केंद्रीय कारागृह उदयपुर में तलाशी शुरू की। जेल में एंट्री करने के बाद बैरक नम्बर 14 की तलाशी ली गई। तलाशी के दौरान बैरिक के रोशनदान की सलाखों के नीचे की तरफ 2 पेन ड्राइव, 3 लाइटर, काले रंग का 1 ईयरफोन, काले रंग का एक चार्जर, मोबाइल नम्बर लिखीं कुल 12 पर्चियां मिलीं।

इन्फॉर्मेशन में यह सामने आया की बैरक नम्बर 14 के कुछ कैदियों ने चैकिंग से बचने के लिए कुछ मोबाइल बैरिक में बने टॉयलेट में बहा दिए हैं। इस बैरक के अन्दर बने टॉयलेट के अन्दर से बाहर की तरफ निकल रहे पाइप को तोड़कर उसकी तलाशी ली गई, तो कुल 06 मोबाइल फोन मिले। टीम ने इन्हें जब्त कर थाना सूरजपोल पर केस दर्ज करवाया है। केस में आगे की इन्वेस्टीगेशन जारी है।