भोपाल | 30 हजार रुपए वेतन पाने वाली पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन की असिस्टेंट इंजीनियर हेमा मीणा की सेवा समाप्ति के बाद अब परियोजना इंजीनियर जनार्दन सिंह पर भी निलंबन की गाज गिरी है। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि जर्नादन के निलंबन के आदेश दे रहा हूं। इसके बाद एसीएस होम राजेश राजौरा ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर पर्यवेक्षण में लापरवाही के कदाचरण के क्रम में मध्य प्रदेश पुलिस हाउसिंग कॉपोरेशन के परियोजना इंजीनियरि जर्नादन सिंह को निलंबित करने के आदेश जारी किए गए।

आदेश में लिखा है कि हेमा मीणा लंबी अवधि से जर्नादन सिंह प्रभारी परियोजना इंजीनियर संभाग सागर के अधीन कार्य कर रही थी। इसलिए हेमा मीणा पर प्रभावी पर्यवेक्षण करना जर्नादन सिंह का कर्तव्य था। इसके पर्यवेक्षण की असफलता के कारण मध्य प्रदेश पुलिस आवास एवं अद्योसंरचना विकास निगम की छवि धूमिल हुई है। इसलिए परियोजना इंजीनियर जर्नादन सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर भोपाल मुख्यालय में पदस्थ किया जाता है।

गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने गुरुवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि हेमा मीणा के मामले में लोकायुक्त पुलिस ने कार्रवाई की है। परियोजना इंजीनियर जर्नादन सिंह के खिलाफ भी गंभीर शिकायत मिली है। इनके निलंबन के आदेश अधिकरियों को दे रहा हूं। बता दें लोकायुक्त की कार्रवाई में हेमा मीणा के पास करोड़ों रुपए की अवैध संपत्ति मिली है। यह संपत्ति हेमा ने जर्नादन सिंह की मदद से बनाई। जर्नादन ने ही हेमा के फार्महाउस का निर्माण कराया। वह ही लेनदेन का काम करता था। इन दोनों के भ्रष्टाचार की पहले भी शिकायत हुई थी।