बिहार के सुपौल में करीब 43 दिन बीत जाने के बाद भी एक ही घर से लापता बाप बेटे का सुराग नहीं मिल पाया है. जिससे परिजनों में कोहराम मच गया है. पीड़ित परिवार त्रिवेणीगंज प्रखंड के कोरिया पट्टी पश्चिम वार्ड 12 कोरिया पट्टी गांव का निवासी है. कोरियापट्टी गांव निवासी बाप बेटे के लापता होने का मामला पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन गया है. 43 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली है. 

लापता बेटे की शिकायत करने के बाद बाप भी हुआ लापता

पीड़ित परिवार किसी अनहोनी की बड़ी घटना से आशंकित है. बताया गया है कि कोरिया पट्टी निवासी नीतीश कुमार छातापुर के एक निजी अस्पताल में इलाजरत अपनी मां के लिए 20 दिसंबर को खाना पहुंचाने गया था. जहां छातापुर से नीतीश कुमार अचानक लापता हो गया. जिसकी लिखित शिकायत नीतीश के पिता भूपेंद्र यादव ने छातापुर थाना में की. इस घटना के बाद 24 दिसंबर को लापता नीतीश के पिता भूपेंद्र यादव भी अचानक लापता हो गए.

जिसके बाद छातापुर पुलिस इस घटना को लेकर लापता हुए बाप और बेटे की तलाश में जुट गई है, लेकिन आज 43 दिन बीत जाने के बाद भी नीतीश कुमार और भूपेंद्र यादव का सुराग नहीं मिल पाया है.

परिजनों की बढ़ती जा रही चिंता  

पीड़ित परिवार का आरोप है कि पुलिस द्वारा समुचित पहल नहीं की जा रही है. जिससे परिजनों की चिंता बढ़ती जा रही है. इस बीच परिजनों ने एसपी को लिखित आवेदन देकर लापता परिजन को खोजने की गुहार लगाई है. ज्यों ज्यों समय बीत रहा है परिजनों की चिंता बढ़ती जा रही है. लापता बाप बेटा कहां है और किस अवस्था में है, इस बात को लेकर परिजन चिंतित है. इधर इस बाबत एसडीपीओ त्रिवेणीगंज विपिन कुमार ने बताया कि मामला दर्ज कर अनुसंधान किया जा रहा है.