बीकानेर जिले के खाजूवाला में दलित छात्रा से गैंगरेप और हत्या के मामले में आरोपी कांस्टेबल मनोज कुमार को बर्खास्त कर दिया गया है। घटना के तीन दिन बाद कांस्टेबल को बर्खास्त कर गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा पुलिस ने एक अन्य आरोपी राकेश को भी पकड़ा है। मामले में पुलिस ने 3 अन्य आरोपियों को हिरासत में भी लिया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है। पुलिस जांच में सामने आया है कि राकेश और तीन अन्य आरोपियों ने मुख्य आरोपी दिनेश बिश्नोई की भागने में मदद की थी।

बतादें कि दलित छात्रा की मौत के बाद उसके परिजन और  ग्रामीण खाजूवाला में धरने पर बैठे हुए थे। वे आरोपियों की गिरफ्तारी और उन पर कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। जिसके बाद शुक्रवार देर शाम तत्कालीन सीआई अरविंद सिंह शेखावत को निलंबित कर दिया गया। वहीं, अफसरों ने मृतका के परिजनों को भरोसा दिया कि मुख्य आरोपी दिनेश विश्नोई को जल्द गिरफ्तार कर दिया जाएगा। जिसके बाद परिजनों और ग्रामीणों ने धरना खत्म कर मृतक युवती के शव का अंतिम संस्कार किया।

बीकानेर एसपी तेजस्वी गौतम का कहना है कि तत्कालीन एसएचओ द्वारा आरोपी को संरक्षण देने, बदमाश प्रवृत्ति के लोगों के थाने में आने और पुलिस जीप में बैठकर वीडियो-फोटो बनाने और वायरल करने से पुलिस की छवि भी धूमिल हुई है। युवती के पिता को प्रताड़ित करने के आरोपों की भी जांच की जा रही है। आईजी ओमप्रकाश ने मुख्य आरोपी दिनेश की गिरफ्तारी के लिए 25000 हजार का इनाम घोषित किया है। इससे पहले बीकानेर रेंज पुलिस आईजी ओमप्रकाश और एसपी तेजस्वी गौतम के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों के साथ वार्ता हुई थी । जिसमें मृतका के परिवार को 25 लाख रुपए देने, एक सदस्य को संविदा पर नौकरी लगाने, मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित करने पर सहमति बनी थी। नए समझौते में यह तथ्य भी यथावत रखे गए हैं।