जोधपुर: जोधपुर पुलिस ने हार्डकोर अपराधी विक्रम नांदिया और दिनेश बम्बानी को पकड़ लिया है। दोनों को लेकर एक अन्य हिस्ट्रीशीटर कैलाश मांजू ने पुलिस पर सांठगांठ के कई आरोप लगाए थे। दोनों हिस्ट्रीशीटर पर 1-1 लाख का इनाम है।

मोस्ट वांटेड अपराधी हैं दोनों

विक्रम नांदिया को जोधपुर के भोपालगढ़ गांव की पहाड़ी से पकड़ा, वहीं बम्बानि को पुलिस ने उसके घर से दबोचा। दोनों जोधपुर के टॉप मोस्ट वांटेड अपराधियों की लिस्ट में शुमार है।

कुछ समय पहले ही गैंगस्टर कैलाश मांजू ने एक के बाद एक वीडियो जारी कर झँवर थाना अधिकारी परमेश्वरी पर दिनेश बमबानी के साथ सांठगांठ होने के आरोप लगाये थे। इसके बाद जहा परमेश्वरी का तबादला पुलिस ने कर दिया वही अगले ही 24 घंटों में पुलिस ने इन वांटेड हिस्ट्रीशीटर को पकड़ लिया है।

विक्रम नांदिया ने जोधपुर शहर में 1 फरवरी को वितराग सिटी में फायरिंग की थी । विक्रम नांदिया को जोधपुर के भोपालगढ़ गांव की पहाड़ी से पकड़ा है। जोधपुर पुलिस कमिश्नर रविदत्त गौड़ ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस लगातार इस मामले में गंभीरता बरत रही थी और 2 महीने से इस पूरे मामले की तहकीकात के बाद 5 दिन पहले पुख्ता जानकारी मिलने पर कार्रवाई को अंजाम देते हुए विक्रम नांदिया को भोपालगढ़ की पहाड़ियों से गिरफ्तार किया है।

गांव के पास की ही पहाड़ियों में विक्रम नांदिया के छुपे होने की जानकारी पुलिस के हत्थे लगी थी और एक व्यक्ति द्वारा लगातार विक्रम के संपर्क में होने उसे खाना और जरूरत का सामान पहुंचाने की जानकारी हासिल होने के बाद कार्रवाई को अंजाम दिया गया था।

पुलिस रणनीति से पकड़े गए

पुलिस ने रणनीति बनाकर हिस्ट्रीशीटर के भाई की होटल से जाने वाले खाने के साथ हिस्ट्रीशीटर को अरेस्ट किया है। दोनों आरोपियों को बोरानाडा थाना में पूछताछ के लिए लाया गया है जिनसे आगे की कार्रवाई के लिए पूछताछ की जा रही है।

जोधपुर में कैलाश मांजू और विक्रम नांदिया हिस्ट्रीशीटर की गैंग के बीच में वारदातें होती रहती है जिसमें सट्टे को लेकर दोनों के बीच लंबे समय से रंजिश चल रही है । बताया जाता है कि दिनेश बमबानी व दिनेश साजू गैंग के बीच में सट्टा को लेकर पार्टनरशिप थी।जहा 2010 में दिनेश ने नए साल पर दिनेश की हत्या हो गयी थी, जिसका शक दिनेश बंबानी पर हुआ।

इसके बाद सांजू गट के लोगो ने दिनेश बंबानी से सट्टे का हिसाब मांगा तो बंबानी ने एक रुपया भी देने से इनकार कर दिया,जिसके बाद से ही जोधपुर में लगातार दोनों गुटों में गैंगवार होते रहे है। इसी के मद्देनजर जोधपुर की झवर थानाधिकारी परमेश्वरी पर भी कैलाश मांजू ने उसकी हत्या के लिए 2 करोड़ रुपये बम्बनी से लेने का आरोप लगाने का वीडियो वारयल किया था।