स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मंगलवार को लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को संबोधित करेंगे. बतौर पीएम मोदी का ये लाल किले से देश के नाम 10वां संबोधन होगा. ऐसे में लाल किले की प्राचीर से 15 अगस्त को प्रधानमंत्री मोदी क्या बोलेंगे इस पर सबकी निगाहें हैं.

बतौर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल का ये पांचवा और आखिरी भाषण होगा.

यही वजह है कि पीएम का ये भाषण अगले साल होने वाले आम चुनाव का एजेंडा और नैरेटिव तय करने वाला होगा. ऐसे में जब अगले साल अप्रैल-मई में लोक सभा चुनाव होने वाले हैं तो पीएम के संबोधन का फोकस राष्ट्रीय और सामाजिक मुद्दों के साथ-साथ चुनावी चुनावी मुद्दों पर भी रह सकता है.


बड़ी योजनाओं का ऐलान कर सकते हैं पीएम

अगले साल लोकसभा चुनावों के चलते सरकार अंतरिम बजट भी पेश करेगी, लिहाजा चुनावों के ठीक पहले बजट में लोकलुभावन और बड़े ऐलान करने का सरकार के पास स्कोप नहीं रहेगा. ऐसे में जानकारों के मुताबिक पीएम लाल किले से सरकार की उपलब्धियां बताने के साथ-साथ ऐसी बड़ी योजनाओं का ऐलान कर सकते हैं, जिसका जमीन पर असर अगले साल के शुरूआत तक देखने को मिल सकता है. यही वजह है कि पीएम के लाल किले से होने वाले भाषण की तैयारियां पिछले कुछ महीने से चल रही हैं.

कैबिनेट मंत्रियों से भाषण को लेकर चर्चा

पिछले महीने ही प्रधानमंत्री मोदी ने कैबिनेट की बैठक में सभी मंत्रियों से 15 अगस्त के भाषण को लेकर चर्चा की थी और लाल किले से संबोधन में शामिल करने के लिए मंत्रालयों की उपलब्धियों और भविष्य की योजनाओं की जानकारी देने को कहा था.

कैबिनेट मंत्रियों से सवाल?

सूत्रों के मुताबिक पीएम ने कैबिनेट मंत्रियों ये पूछा था कि आपके मंत्रालय की उपलब्धियां और भविष्य केंद्रित योजनाएं क्या हैं?
क्या आपके मंत्रालय के पास कोई ऐसी कार्ययोजना है, जिसको लालकिले से जनता को बताया जा सके?
आप क्या चाहते हैं जो कि आपके मंत्रालय से संबंधित है और जिसका ऐलान लालकिले से किया जा सकता है?
उपलब्धियों और योजनाओं की सूची

सूत्रों के मुताबिक पीएम ने मंत्रियों से कहा कि मंत्री अपने मंत्रालय की उपलब्धियों और भविष्य की जनकेंद्रित योजनाओं की सूची स्पीच में शामिल करने के लिए दे सकते हैं. सभी मंत्रियों को कहा गया था कि 3-4 अगस्त तक ये सूची स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडवियां के कार्यालय को भेज दें ताकि वो सभी मंत्रालयों के फीडबैक को इकट्ठा कर पीएमओ भेज सकें.


पीएम मोदी के भाषण में इन मुद्दों का होगा जिक्र

जानकारों के मुताबिक पीएम मोदी लालकिले से अपने संबोधन में अगले 25 वर्षों का एजेंडा देश की जनता के सामने रख सकते हैं. इसमें सामाजिक, आर्थिक, लीगल और राजनीतिक रोडमैप शामिल होगा.
इसके अलावा मणिपुर में शांति की अपील और पूर्वोत्तर भारत के लिए बड़े ऐलान भी कर सकते हैं.
भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार द्वारा चलाए जा रहे अभियान के बारे में जनता को जानकारी दे सकते हैं.
अगले 25 वर्षों में गुलामी के प्रतीकों से छुटकारा पाने के एजेंडे को सामने रख सकते हैं, जिसमें सीआरपीसी, आईपीसी और एविडेंस एक्ट में बदलाव के लिए संसद में पेश किए गए विधेयक शामिल हैं.
पूर्वोत्तर भारत समेत अन्य सीमावर्ती राज्यों में अंतर्राष्ट्रीय बॉर्डर पर विकास के कामों मे तेजी और तैयार किए जा रहे इंफ्रास्ट्रक्चर के ढांचे के बारे में जानकारी दे सकते हैं.
जम्मू कश्मीर में लहरा रहे तिरंगे और बदल रहे माहौल का जिक्र करते हुए पाकिस्तान पर भारत के रुख का भी इजहार कर सकते हैं. चीन को भी इशारों में संदेश दे सकते हैं.
देश के आदिवासियों, अन्य पिछड़े वर्ग के लोगों और खासकर महिलाओं के लिए लाल किले से बड़े ऐलान कर सकते हैं.
आंतरिक सुरक्षा से जुड़ी देश की तीन सबसे बड़ी समस्या- वामपंथी उग्रवाद, जम्मू कश्मीर के आतंकवाद और पूर्वोत्तर के आतंकवाद के मोर्चे पर सरकार की उपलब्धियों को सामने रख सकते हैं.
वामपंथी उग्रवाद के देश से लगभग सफाया करने पर अर्धसैनिक बलों की पीठ थपथपा सकते हैं. मेरी माटी मेरा देश और अमृत कलश यात्रा में देश के हर गांव के लोगों से शामिल होने की अपील कर सकते हैं.