अभी त्योहार का सीजन चल रहा है. नवरात्रि के बाद दशहरा और फिर दीपावली आने वाली है. बाजारों सहित घरों में भी रौनक है. त्योहारी सीजन में बाहर काम कर रहे लोग अपने घरों को जाने के इंतजार ने बैठे रहते हैं और प्लानिंग बनाते हैं. सबसे बेहतर जरिया रेलवे होता है. त्योहार सीजन में उदयपुर की बात की तो यहां से चलने वाली लंबी दूरी की ट्रेनों की लंबी वेटिंग आ रही है. ऐसे लोग टिकट कंफर्म होने का इंतजार कर रहे हैं. हालाकि ज्यादा मांग बढ़ने पर रेलवे एक्स्ट्रा कोच या ट्रेन की व्यवस्था करती है. 

लंबी दूरी की ट्रेनों में ज्यादा समस्या आ रही है

उदयपुर से चलने वाली ट्रेनों की बात करे तो देश के अलग अलग हिस्सों में जानी वाली करीब 25 ट्रेन चल रही है. इसमें लंबी दूरी वाली और पास वाली, दोनो शामिल है. वहीं यहां आने और यहां से जाने वाली ट्रेनों का उदाहरण के तौर पर देखे तो उदयपुर से कोलकाता जाने वाली अनन्या एक्सप्रेस की अंतिम बुकिंग तारीख 4 दिसंबर हैं जिसमें इस तारीख तक एसी में भी कंफर्म टिकट मिलना मुश्किल है. वहीं बांद्रा उदयपुर ट्रेन में अंतिम वेटिंग  14 नवंबर है जिसमें भी वेटिंग है. हालांकि बीच में कुछ तारीखे ऐसी भी हैं जिसमें सीट उपलब्ध भी है और संख्या ने उतार चढ़ाव होता रहता हैं. लेकिन वेटिंग चल रही है. इसी प्रकार उदयपुर से न्यू जलपाईगुड़ी, उदयपुर से निजामुद्दीन, शालीमार एक्सप्रेस ने भी वेटिंग चक रही है.
 
मांग बढ़ने पर रेलवे करती है व्यवस्था

रेलवे अधिकारियों का कहना है कि 120 दिन यानी 4 माह पहले बुकिंग खुल जाती है. ताकि यात्री अपने लिए प्लानिंग कर सकें. वहीं ट्रेन में 24 कोच होते हैं ऐसे में जिस ट्रेन में 24 कोच हैं उनको बढ़ाने की संभावना नहीं रहती है. वहीं ज्यादा मांग बढ़ने पर रेलवे नई कोच या नई ट्रेन की व्यवस्था करती है. दीपावली के समय भी मांग बढ़ती है तो व्यवस्था की जाती है. फिलहाल उदयपुर से चलने वाली ट्रेनों में ऐसा निर्णय नहीं लिया है. दीपावली के पहले मांग बढ़ी तो स्थिति के अनुसार और यात्रियों की सुविधान के लिए निर्णय भी लेगी.