राजधानी रांची के रातू थाना क्षेत्र स्थित पिर्रा आस्थापुरम इलाके में गुरुवार दिनदहाड़े अपराधियों ने कोयला कारोबारी अभिषेक श्रीवास्तव पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर हत्या कर दी। अभिषेक को जख्मी हालत में मेडिका अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। कारोबारी को आठ गोलियां मारी गई थीं, जबकि अपराधियों ने मौके पर 15 राउंड से अधिक फायरिंग की थी।

पांच अपराधियों ने की ताबड़तोड़ फायरिंग

पुलिस का कहना है कि अभिषेक श्रीवास्तव गुरुवार सुबह लगभग 10 बजे अपने घर से फार्च्यूनर कार (जेएच 01 डीके 0018) से बचरा स्थित कार्यालय जा रहा था।

घर से 200 मीटर की दूरी पर पहुंचते ही रिंग रोड की ओर से एक स्कार्पियो (एमएच 23 बीसी 0711) में सवार पांच अपराधी वहां पहुंचे और कारोबारी की गाड़ी के सामने वाहन लगाकर उसका रास्ता रोक लिया।

इसके बाद स्कार्पियो से पांच अपराधी उतरे और ताबड़तोड़ फायरिंग करने लगे। इस दौरान अभिषेक अपनी गाड़ी में अकेले था। थोड़ी ही देर में अपराधियों ने गोलियां बरसाकर उसे ढेर कर दिया।

अपराधियों की तलाश में घेराबंदी कर पुलिस ने की छापामारी

घटना को अंजाम देने के बाद सभी अपराधी रिंग रोड की ओर भाग निकले। सूचना पाने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और अपराधियों की तलाश के लिए घेराबंदी व छापेमारी शुरू की।

पुलिस ने घटनास्थल के समीप लगे कई स्थानों के सीसीटीवी फुटेज को निकाला है। फुटेज से ही पुलिस को अपराधियों की गाड़ी का नंबर मिला। पुलिस का दावा है कि जल्द ही इस कांड का खुलासा कर लिया जाएगा।

घटना की सूचना पाकर रातू थाना प्रभारी सपन कुमार महथा, डीएसपी प्रवीण कुमार सिंह, हटिया डीएसपी राजा कुमार मित्रा समेत कई पुलिस पदाधिकारी पहुंचे। ग्रामीण एसपी मनीष टोप्पो ने सभी पुलिस पदाधिकारियों को आदेश दिया है कि हर हाल में अपराधियों की गिरफ्तारी करें।

मामला पिपरवार के कोयला कारोबार और वर्चस्व से जुडा हुआ है। कारोबारी का पूरा व्यापार वहीं पर था। पुलिस को कुछ सुराग मिले हैं। पिपरवार पुलिस के साथ मिलकर काम किया जा रहा है। पुलिस जल्द ही पूरे मामले का खुलासा दोषियों को गिरफ्तार करेगी- चंदन सिन्हा, एसएसपी, रांची।

बचरा में कोयला लिफ्टिंग का काम करता था अभिषेक

पुलिस का कहना है कि अभिषेक को कोयला कारोबार का काम विरासत से मिला था। उसके पिता स्व. सचींद्र श्रीवास्तव सीसीएल बचरा में ठेकेदारी का काम करते थे।

बचरा में ही पला-बढ़ा अभिषेक अपने छोटे भाई विवेक के साथ मिलकर कोयला लिफ्टिंग का काम करता था। सुरेश केडिया के साथ मिलकर वह कोयला का काम करता था।

पांच वर्ष पहले दोनों भाइयों ने आस्थापुरम में आलीशान घर बनाया, जिसमें दोनों साथ रहते थे। बचरा हो या दरभंगा हाउस दोनों भाई एकसाथ ही आना-जाना करते थे।

वाहन पर गोली का निशान।

रेकी करने के बाद दिया गया घटना को अंजाम

पुलिस ने घटनास्थल पर स्थित कई दुकानदारों से पूछताछ की पता चला कि जिस स्कार्पियो में अपराधी सवार थे, वह पहले भी एक बार घटनास्थल पर आ चुकी थी। इसके अलावा एक बाइक सवार भी बार-बार रेकी कर रहा था। हत्या के लिए जिस स्थान का चयन किया गया था वह संकीर्ण है।

अपराधियों को पता था कि अभिषेक की गाड़ी वहां धीमी होगी। इस वजह से अपराधियों ने उस जगह का चयन किया। अपराधियों ने हत्या के लिए नाइन एमएम पिस्टल और सेवन प्वाइंट सिक्स एमएम की पिस्टल का प्रयोग किया है।

घटनास्थल पर स्थित सुप्रिया जनरल स्टोर के संचालक और अन्य ने बताया कि घटना से पहले एक बाइक सवार युवक अभिषेक की गाड़ी से आगे निकला इसके तुरंत बाद अपराधी वहां पहुंचे और घटना को अंजाम दिया।