हाई-एंड कंप्यूटिंग सॉल्यूशन उपलब्ध कराने वाली कंपनी नेटवेब टेक्नोलॉजीज का आईपीओ सोमवार 17 जुलाई से खुल गया है। सेंकों गोल्ड और उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक के बाद इस महीने खुलने वाला ये तीसरा मैनबोर्ड का आईपीओ है। अगर आप एक निवेशक हैं और इस आईपीओ में बोली लगाने का मन बना रहे हैं तो इस रिपोर्ट में हम इस आईपीओ की 10 प्रमुख बातें बताने जा रहे हैं।

आईपीओ की तारीख

Netweb Technologies IPO 17 जुलाई से आम निवेशकों के लिए खुल रहा है और 19 जुलाई इसमें बोली लगाने की आखिरी तारीख है।

आईपीओ का प्राइस बैंड

इस आईपीओ का प्राइस बैंड 475-500 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है।

आईपीओ का साइज

कंपनी की ओर से 631 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बनाई गई है। इसमें आईपीओ में 206 करोड़ रुपये का फ्रैश इश्यू है और 425 करोड़ रुपये के शेयर ओएफएस के जरिए प्रमोटर्स की ओर से बेचे जा रहे हैं।

आईपीओ का लॉट साइज

आईपीओ का लॉट साइज 30 शेयरों का है। रिटेल निवेशकों को बोली लगाने के लिए कम से कम 15000 रुपये का निवेश करना होगा।

आईपीओ अलॉटमेंट

आईपीओ का अलॉटमेंट 24 जुलाई को हो सकता है। वहीं, 25 जुलाई तक आपको रिफंड वापस मिल जाएगा। 26 जुलाई को शेयर डीमैट अकाउंट में क्रेडिट हो सकते हैं। 27 जुलाई को एनएसई और बीएसई पर शेयरों की लिस्टिंग हो सकती है।

आईपीओ लाने का उद्देश्य

आईपीओ को तहत मिलने वाले फ्रैश इश्यू में से 32.3 करोड़ रुपये की कैपिटल का इस्तेमाल कैपिटल एक्सपेंडिचर के लिए किया जाएगा। लॉन्ग टर्म वर्किंग कैपिटल की जरूरतों के लिए 128.02 करोड़ रुपये का और 22.5 करोड़ रुपये का इस्तेमाल कर्ज चुकाने के लिए किया जाएगा।

कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन

वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी को 46.9 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। यह वित्त वर्ष 2021-22 में 22.45 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2020-21 में 8.23 करोड़ रुपये था।

आईपीओ का रिजर्व हिस्सा

आईपीओ का 50 प्रतिशत हिस्सा क्यूआईबी के लिए, 15 प्रतिशत हिस्सा एनआईआई और 35 प्रतिशत हिस्सा रिटेल निवेशकों के लिए रिजर्व रखा गया है।

OFS में कौन-कौन बेच रहा शेयर?

इस ओएफएस में प्रमोटर संजय लोढ़ा की ओर से 28,60,000 शेयर, अशोका बजाज ऑटोमोबाइल्स एलएलपी की ओर से 13,50,000 शेयर बेचे जा रहे हैं। नवीन लोढ़ा, विवेक लोढ़ा और नीरज लोढ़ा में से हर किसी की ओर से 14,30,000 शेयरों की बिक्री की जा रही है।

आईपीओ के लीड मैनेजर्स

इश्यू के बुक-रनिंग लीड मैनेजर इक्विरस कैपिटल और आईआईएफएल सिक्योरिटीज हैं, जबकि लिंक इनटाइम इंडिया रजिस्ट्रार है।