जयपुर । राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत एयरपोर्ट पर मीडिया से रूबरू हुए हाते हुए कहा कि सोनिया गांधी ने कांग्रेस के मुश्किल हालात में जि़म्मेदारी संभाली थी 1998 में विपरीत परिस्थितियों में सोनिया गांधी ने पार्टी की कमान संभाली। सोनिया गांधी के अध्यक्ष बनने के बाद 12-13 राज्यों में सरकारें बनाई दो बार केंद्र में यूपीए की सरकार बनाई इस बार भी सब लोग चाहते थे कि राहुल गांधी ही कांग्रेस अध्यक्ष बने क्योंकि मोदी के सामने मज़बूती से कोई मुक़ाबला कर सकते हैं तो वो राहुल गांधी है लेकिन राहुल गांधी ने कहा कि ग़ैर गांधी ही अध्यक्ष बने 22 साल बाद ग़ैर गांधी परिवार का अध्यक्ष खडग़े साहब बने हैं. उनके सामने बहुत बड़ी चुनौती है. उनकी जि़म्मेदारी बड़ी है। 
सीएम गहलोत ने कहा कि खासकर देश में जिस तरह माहौल बना हुआ है, उस स्थिति में. फ़ासिस्ट ताकतों का मुक़ाबला लेना बड़ा चैलेंज है कांग्रेस को अब बिना संसाधनों के ही चुनाव लडऩा है सब कुछ धन एक पार्टी को ही जा रहा है। सीएम गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी का कहना था कि एक बार ग़ैर गांधी परिवार का कोई नेता कांग्रेस अध्यक्ष बने. इसलिए खडग़े साहब को यह मौक़ा मिला है अब हम सब मिलकर कांग्रेस को मज़बूत करने में जुटना चाहिए. ब्लॉक जि़ला से लेकर राष्ट्रीय स्तर पर नयी टीम बनेगी वो टीम नये जोश उत्साह के साथ पार्टी को मज़बूती देगी.  देश हित में कांग्रेस का मज़बूत होना ज़रूरी है. एक दलित नेता का पार्टी अध्यक्ष बनने से पार्टी को ज़रूर फायदा मिलेगा. न केवल दलित बल्कि ओबीसी अल्पसंख्यक सहित सभी साथ मिलकर खडग़े साहब के नेतृत्व में पार्टी को मज़बूत बनायेंगे।